Camel milk ऊंटनी के दूध
Camel milk बीकानेर । राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र के निदेशक डॉ. आर्तबन्धु साहू ने कहा है कि ऊंटनी के दूध से बने उत्पाद दुनिया में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं वहीं केन्द्र की अनुसंधान के अलावा पर्यटन स्थल के रूप में भी एक विशिष्ट वैश्विक छवि बनी है।
Camel milk डॉ.साहू ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि
इसे बनाए रखने में स्वच्छता संबंधी अभियान महत्ती रूप से सहायक सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने ऊंटनी के दूध के महत्व एवं केन्द्र द्वारा विकसित विभिन्न स्वादिष्ट दुग्ध उत्पादों का स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभ संबंधी जानकारी भी दीं।
Camel milk उन्होंने बताया कि इस दर्शनीय स्थल को देखने आमजन दिन-ब-दिन अधिकाधिक आकर्षित हो रहे हैं तथा केन्द्र को पर्यटनीय सुविधाओं के माध्यम से एक अच्छी खासी आय भी प्राप्त हो रही है जिन्हें देख ऊंटपालकों को भी इसे उद्यमिता से जुड़ते हुए लाभ कमाना चाहिए।
Camel milk उन्होंने बताया कि वर्तमान में कच्चे और पाश्च्युरीकृत दूध के अलावा यहां विकसित किए गए ऊंटनी के दूध से बने अन्य उत्पाद विशेष रुप से चॉकलेट, पनीर, मीठा दूध, आइसक्रीम, चाय, कॉफी, लस्सी, सुगंधित दूध, बर्फी, पेड़ा, खीर, चीज दुनियाभर में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं।
Camel milk ऊंटनी का कच्चा दूध आमतौर पर राजस्थान, गुजरात और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों मेें पीने के काम में लिया जाता है। इसे उबालने के बाद चाय.कॉफी और अन्य मिठाईयों को बनाने के काम में भी लिया जाता है।
Camel milk डॉ. साहू ने बताया कि केन्द्र द्वारा 31 अक्टूबर तक चलाए गए विशेष स्वच्छता अभियान के तहत निर्धारित गतिविधिया पूरे मनोयोग से संचालित की गई।