Business Idea: क्या आपने सोचा है कि पढ़ाई के दौरान एक लड़का 100 करोड़ का मालिक बन सकता है? हैदराबाद के 24 वर्षीय संकर्ष चंदा की कहानी इस बात का जीवंत उदाहरण है। मात्र 2000 रुपये के निवेश से उन्होंने करोड़ों रुपये कमाए हैं और आज वे देश के जाने-माने शेयर निवेशकों में गिने जाते हैं।
Business Idea: संकर्ष ने महज 16 साल की उम्र में शेयर ट्रेडिंग शुरू की। जब वे ग्रेटर नोएडा की बेनेट यूनिवर्सिटी में बीटेक कर रहे थे, तब उन्हें शेयर बाजार में रुचि हुई। लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र में गहराई से अध्ययन करने का निर्णय लिया और अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
Business Idea: संकर्ष की प्रेरणा का स्रोत अमेरिकी अर्थशास्त्री बेंजामिन ग्राहम का एक लेख था, जिसे पढ़कर उन्होंने ‘वैल्यू इन्वेस्टिंग’ के सिद्धांत को अपनाया। इससे उनकी शेयर बाजार में पैसे कमाने की इच्छा और भी बढ़ गई।
Business Idea: संकर्ष ने अपनी पॉकेट मनी 2000 रुपये से शेयर बाजार में कदम रखा। धीरे-धीरे उन्होंने 1.5 लाख रुपये का निवेश किया, जो दो साल में 13 लाख रुपये बन गया। अब वे शेयर बाजार के एक अनुभवी खिलाड़ी बन चुके थे। उनकी निवेश रणनीति भारत के बड़े निवेशकों से मेल खाती है, जिससे उन्हें ‘लिटिल झुनझुनवाला’ का खिताब मिला। राकेश झुनझुनवाला की तरह, संकर्ष ने कम समय में शेयर बाजार के रहस्यों को समझा और मुनाफा कमाया।
Business Idea: संकर्ष ने अपने मुनाफे से ‘सावर्ट’ नामक एक फिनटेक स्टार्टअप शुरू किया। इसके लिए उन्होंने 8 लाख रुपये के शेयर बेचे। उनके स्टार्टअप ने पहले साल में 12 लाख रुपये, दूसरे साल में 14 लाख और तीसरे साल में 32 लाख रुपये कमाए। संकर्ष ने 24 साल की उम्र में एक किताब ‘फाइनेंशियल निर्वाण’ लिखी है।
Business Idea: इतना धन होते हुए भी वे एक साधारण जीवन जीते हैं। संकर्ष चंदा की कहानी इस बात का प्रमाण है कि अगर आपके पास ज्ञान, लगन और सही दृष्टिकोण हो, तो आप किसी भी उम्र में सफलता हासिल कर सकते हैं। उनकी यात्रा युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है कि कैसे एक छोटे से निवेश से बड़े सपने साकार किए जा सकते हैं।