कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री के पोते को दोषी ठहराया था
मैसूरु
बेंगलुरु की स्पेशल कोर्ट ने आज पूर्व JDS सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को मेड से रेप मामले में उम्र कैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने रेवन्ना पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया और पीड़ित को 7 लाख रुपए का मुआवजा देने का भी आदेश दिया है।
कोर्ट ने शुक्रवार को रेवन्ना को दोषी ठहराया था। रेवन्ना ने कोर्ट में कम सजा देने की अपील करते हुए दावा किया था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। दरअसल, रेवन्ना के परिवार के फार्महाउस में काम करने वाली 47 साल की एक महिला ने पिछले साल अप्रैल में उसके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। उसने रेवन्ना पर 2021 से कई बार रेप करने और किसी को भी घटना के बारे में बताने पर वीडियो लीक करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
कोर्ट ने 18 जुलाई को इस मामले की सुनवाई पूरी की थी। रेवन्ना के खिलाफ रेप, ताक-झांक, आपराधिक धमकी और अश्लील तस्वीरें लीक करने सहित कई धाराओं के तहत आरोप तय किए थे। उसके खिलाफ रेप के कुल 4 मामले दर्ज हैं। इनमें से यह पहला केस है, जिसमें उसे दोषी ठहराया गया है।
प्रज्वल पर कई महिलाओं से यौन उत्पीड़न का आरोप
पिछले साल प्रज्वल रेवन्ना का नाम कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में सामने आने के बाद चर्चा में आया था। उस पर 50 से ज्यादा महिलाओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। उनके खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों से जुड़े अब तक 4 FIR दर्ज की गई हैं।
पिछले साल, रेवन्ना के सोशल मीडिया पर 2,000 से ज्यादा अश्लील वीडियो क्लिप सामने आए थे। 2024 के लोकसभा चुनावों में रेवन्ना ने कर्नाटक की हासन संसदीय सीट पर दूसरी बार चुनाव लड़ा था, लेकिन वह अपनी सांसदी नहीं बचा सका। उसके खिलाफ दर्ज मामलों के बाद JDS ने उसे पार्टी से निलंबित भी कर दिया था।
क्या है कर्नाटक सेक्स स्कैंडल
प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ उनके घर में काम करने वाली महिला ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। 26 अप्रैल को बेंगलुरु में पब्लिक प्लेसेस में कई पेन ड्राइव मिलीं।
दावा किया गया कि पेन ड्राइव में 3 हजार से 5 हजार वीडियो हैं, जिनमें प्रज्वल को कई महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करते देखा गया। महिलाओं के चेहरे भी ब्लर नहीं किए गए।
मामला बढ़ने पर राज्य सरकार ने SIT बनाई। प्रज्वल के खिलाफ रेप, छेड़छाड़, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोपों समेत तीन FIR दर्ज की गईं।
SIT ने जांच में खुलासा किया कि प्रज्वल ने 50 से ज्यादा महिलाओं का सेक्शुअल हैरेसमेंट किया था। इनमें 22 साल से 61 साल तक की महिलाएं हैं।
50 में से करीब 12 महिलाओं से जबर्दस्ती संबंध बनाए गए, यानी उनका रेप हुआ। बाकी महिलाओं को अलग-अलग तरह का लालच देकर सेक्शुअल फेवर लिया।
प्रज्वल ने किसी को सब-इंस्पेक्टर, किसी को तहसीलदार तो किसी को फूड डिपार्टमेंट में नौकरी दिलवा दी।
कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में नाम सामने आने से पहले प्रज्वल रेवन्ना 2024 लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार में व्यस्त था। वह कर्नाटक के हासन सीट से सिटिंग सांसद थे। 2024 लोकसभा चुनाव भी यहीं से लड़ रहा था। हासन लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इस बीच वह सेक्शुअल हैरेसमेंट के आरोपों से घिर गया। चुनाव के अगले दिन ही 27 अप्रैल को प्रज्वल देश छोड़कर जर्मनी चला गया। फिर 35 दिन बाद 31 मई को जर्मनी से भारत पहुंचा, तो पुलिस ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से ही उसे गिरफ्तार कर लिया।
27 मई को प्रज्वल ने वीडियो जारी किया था
कर्नाटक में सेक्स स्कैंडल के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना ने 27 मई, 2024 को वीडियो जारी करके कहा था- ‘मैं 31 मई, 2024 को SIT के सामने पेश हो जाऊंगा। मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे हैं। मुझे अदालत पर भरोसा है और विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आऊंगा।’