दरअसल, पश्चिम बंगाल सरकार ने शब-ए-बारात के लिए 14 फरवरी को अवकाश घोषित किया था. हालांकि, 13 फरवरी को शब-ए-बारात होने की पुष्टि के बाद राज्य सरकार ने इस दिन को भी सार्वजनिक अवकाश के रूप में शामिल कर लिया. 14 फरवरी का अवकाश पंचानन बर्मा की जयंती के अवसर पर बना रहेगा.
क्यों घोषित किया गया अवकाश?
बताते चलें कि शब-ए-बारात एक जरूरी इस्लामी त्योहार है, जो इस्लामी महीने शाबान की 15वीं रात को मनाया जाता है. यह माफी और दया की रात मानी जाती है, जब मुस्लिम लोग प्रार्थना करते हैं आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने पूर्वजों को सम्मानित करते हैं. कई मुस्लिम लोग इस रात को मस्जिदों और घरों में प्रार्थना करके माफी और मार्गदर्शन की तलाश करते हैं.