बिलासपुर। सकरी थाना क्षेत्र में 20 दिन पहले हुई अधेड़ प्रहलाद साहनी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक पहले से ही जेल में बंद है।
पुलिस के अनुसार संजू साहनी ने 8 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पिता प्रहलाद साहनी (निजी स्कूल ड्राइवर) 7 दिसंबर को दोपहर 11 बजे बाइक से हिरी माइंस इंद्रपुरी से बिलासपुर के लिए निकले थे। अगले दिन उनका शव सकरी शराब भट्ठी के पास मिला। मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई। पोस्टमार्टम में शरीर पर चोट के निशान मिले।
शराब दुकान के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। एक कैमरे में केवल ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली, जिसमें रात 11:30 बजे गाली-गलौज और बहस की आवाजें थीं। परिजनों ने गाली देने वाले की आवाज मृतक प्रहलाद साहनी के रूप में पहचानी।
घटना के अगले दिन आरोपी प्रियनाथ वर्मा उर्फ बाबू अंडा अन्य मामले में गिरफ्तारी के लिए थाने पहुंचा। उसके व्यवहार पर संदेह हुआ। ह्यूमन इंटेलिजेंस, स्थानीय सूत्रों और सतत सर्विलांस से जांच आगे बढ़ाई गई।
जांच में सामने आया कि 7 दिसंबर की रात प्रहलाद साहनी नशे में शराब दुकान के पास गाली-गलौज कर रहे थे। शोर सुनकर पुरुषोत्तम वर्मा उर्फ आसाराम, प्रियांशु वर्मा और प्रियनाथ वर्मा उर्फ बाबू अंडा वहां पहुंचे और उन्हें चुप कराने की कोशिश की। विवाद बढ़ने पर तीनों ने मारपीट की, जिससे प्रहलाद गिर पड़े। आरोपी उन्हें वहीं छोड़कर चले गए। सुबह शव मिला। चेहरे और आंख के पास चोट के निशान मारपीट से हुए पाए गए।
आरोप सिद्ध होने पर धारा 103(1), 3(5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुरुषोत्तम वर्मा उर्फ आसाराम और प्रियांशु वर्मा ने अपराध कबूल किया तथा उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया। तीसरा आरोपी प्रियनाथ वर्मा उर्फ बाबू अंडा पहले से अन्य मामले में जेल में निरुद्ध है।