Bilaspur latest news करोड़ों खर्च करने के बाद भी तालाब सुखा
Bilaspur latest news बिलासपुर ! बिलासपुर के सबसे पुराने और बड़े जतिया तालाब के जीर्णोधार को लेकर एकबार फिर सियासत गरमा गई है। करोड़ों खर्च करने के बाद भी तालाब सुखा हुआ है। सालभर में पूरा होने वाला काम दो साल बाद भी अधूरा है। पिछले 6 साल के भीतर अलग – अलग टेंडर जारी कर निगम ने तालाब के जीर्णोधार पर करोड़ों रुपए फूंक दिए हैं। निगम सरकार और विपक्ष इसे लेकर अब आमने -सामने हैं।
दरअसल, जल संरक्षण के लिए शहर में तालाबों के जीर्णोधार का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में शहर के सबसे पुराने और प्रमुख जतिया तालाब में भी स्मार्ट सिटी योजना के तहत करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन योजना का लाभ होता दिख नहीं रहा है। ना तो तालाब में पानी है और ना ही योजना पर काम पूरा हो सका है।
एक साल में पूरा होने वाला काम दो साल बाद भी अधूरा है। तालाब की मूल आवश्कता पानी को छोड़कर केवल रंग रोगन और कंक्रीट के काम ही मौके पर नजर आ रहे हैं। यही नहीं ये पहली बार नहीं है जब तालाब पर करोड़ों फूंके जा रहे हैं, इससे पहले भी सरोवर धरोहर योजना के तहत तालाब को पुनर्जीवित व सुंदर बनाने के लिए करोड़ों खर्च किए गए थे।
इधर तालाब के जीर्णोधार के नाम पर करोड़ों खर्च करने को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो गई है। निगम सरकार और विपक्ष इसे लेकर आमने- सामने आ गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि, केवल भ्रष्टाचार करने के लिए तालाबो के जीर्णोधार के नाम पर करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। इसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। तालाब सूखे पड़े हैं, तालाब में पानी लाने के लिए निगम के पास कोई योजना नहीं है।
केवल रंग रोगन और कंक्रीटीकरण कर निगम तालाब को संवारने में लगा है। इधर निगम सरकार तालाबों के दुर्दशा को लेकर विपक्ष को जिम्मेदार बता रही है। निगम के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि, पूर्ववर्ती निगम सरकार ने तालाबों के जीर्णोधार के नामपार गोलमाल किया है। जिसके कारण आज तालाबों की ये दुर्दशा है। वर्तमान निगम सरकार तालाबों के जीर्णोधार को लेकर गंभीर है, जल्द तालाबों का काम पूरा कर लिया जाएगा।
बाइट: विजय ताम्रकार (पार्षद भाजपा, चेक शर्ट)
बाइट:सीताराम जायसवाल (एमआईसी सदस्य,येलो शर्ट )
बाइट: शेख नजीरुद्दीन( सभापति नगर निगम,व्हाइट कुर्ता)