जबलपुर। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बड़ा घोटाला सामने आया है। लगभग 2.20 करोड़ रुपये मूल्य के खाद्यान्न की अवैध हेराफेरी के मामले में 11 राशन दुकानों के 29 संचालकों और 4 शासकीय सेवकों सहित कुल 33 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह कार्रवाई कलेक्टर के निर्देश पर की गई है।
प्रशासनिक जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पीओएस मशीन और पोर्टल का गलत इस्तेमाल कर राशन वितरण में धांधली की। हितग्राहियों को राशन दिए बिना ही पोर्टल पर वितरण दर्शा दिया गया और खाद्यान्न को अवैध रूप से हड़प लिया गया।
यह घोटाला 31 अगस्त 2022 से 31 अक्टूबर 2022 के बीच किया गया। इस दौरान कुल 391 मीट्रिक टन गेहूं, 338 मीट्रिक टन चावल, 3 मीट्रिक टन नमक और करीब 1 मीट्रिक टन शक्कर का गबन किया गया।
क्राइम ब्रांच थाने में मामला दर्ज कराया गया है। जांच में यह भी सामने आया कि गड़बड़ी के लिए स्टेट एडमिन की लॉगिन आईडी का इस्तेमाल किया गया था, जिससे पोर्टल पर राशन वितरण की फर्जी एंट्री की गई। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित कर्मचारियों और संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं।