Big news-मूसलाधार बारिश से खैरागढ़ में बाढ़, जनजीवन अस्त-व्यस्त

तीनों नदियां उफान पर

अंबेडकर वार्ड, ईतवारी बाजार वार्ड सहित नदी से सटे वार्ड हुये प्रभावित

ईतवारी बाजार में 10 फीट तक भरा पानी वही अम्बेडकर वार्ड के कई घरों में 4 फीट तक भरा पानी, नदी से सटे घर पानी में डूबे


याहिया नियाजी

खैरागढ़। बीते 20 घंटे से अधिक समय से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने शनिवार 26 जुलाई को खैरागढ़ नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ के हालात पैदा कर दिये और जनजीवन भी पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया।
मिली जानकारी अनुसार अंबेडकर वार्ड, ईतवारी बाजार वार्ड सहित नदी से सटे वार्ड अचानक आई बाढ़ से बहुत ज्यादा प्रभावित हुये है और खासकर ईतवारी बाजार में तो 10 फीट तक पानी भर गया वही अम्बेडकर वार्ड में बहुत से घरों में भी तकरीबन 4 फीट तक पानी भर गया और नदी से सटे घर तो पानी में डूब ही गये हालांकि राहत की बात ये रही कि खबर लिखें जाने तक कही भी कोई जनहानि नहीं हुई थी।
आमनेर, मुस्का और पिपरिया तीनों नदी रही उफान पर


खास बात ये है कि निरन्तर मूसलाधार बारिश की वजह से क्षेत्र में कई नदियों का जलस्तर बहुत ही खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है और इस क्षेत्र की जीवनदायिनी तीनों नदियां आमनेर, मुस्का और पिपरिया भी उफान पर रही वही नगर के निचले इलाकों में पानी घरों तक पहुंच गया तो वहीं स्टेट हाईवे राजनांदगांव-कवर्धा मार्ग पर भी ईतवारी बाजार में तकरीबन 8 से 10 फीट पानी भरने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हुई।
खैरागढ़ नगर का प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र ईतवारी बाजार तो बाढ़ के हालात बनते ही शनिवार की 8 बजे के बाद पूरी तरह जलमग्न हो गया है और तकरीबन 10 फीट तक पानी भर जाने के कारण बाजार की सभी दुकानें बंद रही और रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव से आने-जाने वाले वाहन कई घंटे तक नगर के बाहर ही रुके रहें. निरन्तर बारिश के बाद आई इस बाढ़ की वजह से ईतवारी बाजार इलाक़े में दुकान में पानी घुस जाने से कई व्यापारियों को बड़ा नुकसान होने की खबर भी मिल रही है हालांकि वास्तविक नुकसान की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है. गौरतलब है कि जब नदियों का जल स्तर काफी बढ़ गया तो बाढ़ का पानी नगर की कई सड़कों पर बहने लगा है।
दर्जनों गांवों में भी बढ़ा खतरा, प्रशासन ने लोगों को किया अलर्ट

खास बात ये है कि नदी-नालों के किनारे बसे दर्जनों गांवों में भी बाढ़ का खतरा बहुत बढ़ गया है और प्रशासन ने लोगों को इसके लिये जागरूक करते हुये अलर्ट भी जारी किया. गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने केसीजी कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के निर्देश पर नदी क्षेत्र से लगे खैरागढ़ नगर के वार्ड और गांव क्रमश: बैगाटोला, डूमरडीह, रंगकथेरा, टेकापार, मुड़पार, बाकलसर्रा, चांदगढ़ी, पांडादाह, चिखलदाह, कोयलिकछार, पिपलाकछार, कुम्ही व अमलीडीह के रहवासियों को बाढ़ के हालात से सतर्क रहने के लिये अलर्ट जारी भी किया क्योंकि नदी किनारे बसे नगर के वार्डो एवं गांवों में हालात गंभीर हो रहे थे और पिपरिया और मुस्का नदी के आसपास के इलाकों में खेतों में पानी भर गया जिससे फसलों को भी भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है वही कुछ गांवों से संपर्क मार्ग भी पूरी तरह टूट जाने की खबर मिल रही थी।
प्रधानपाठ बैराज से पानी छोड़ा गया

खास बात ये है कि जब जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया तो प्रधानपाठ बैराज से पानी भी छोड़ा गया है. हालांकि बाढ़ की विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिये प्रशासन ने पूरे तहसील क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है और सभी पटवारियों, ग्राम सचिवों, पंचायत प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य अमलों को भी पूरे क्षेत्र में तैनात कर दिया गया है वही नगर पंचायत के कर्मचारियों की टीम भी जल निकासी कार्य में निरन्तर लगी हुई है साथ ही आपदा नियंत्रण के लिये भी जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिया है वही दोपहर बाद बाढ़ का पानी कम हुआ। कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल और एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने आम जनता से सावधानी बरतने की अपील की है।

इस दौरान कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल और एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू ने आम जनता से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और जलमग्न क्षेत्रों से पूरी तरह सभी लोग दूर रहें वही किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में कंट्रोल रूम अथवा प्रशासनिक अधिकारियों से तत्काल संपर्क करें।
बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रहने व खाने की व्यवस्था

अत्यधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को उनके घरों से निकालकर प्रशासन ने नगर के बख्शी स्कूल, नंबर 1 स्कूल व कन्या शाला में उनके रुकने व खाने की व्यवस्था की है वही नगर की समाजसेवी संस्थाए व सेवाभावी लोग भी बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिये दिनभर सक्रिय रहे।

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