3 महीने से नहीं आने दे रहे थे घर, प्रशासन ने 5 लोगों को सुरक्षित छुड़ाया
गरियाबंद। गरियाबंद जिला प्रशासन ने ओडिशा में बंधक आमामोरा के भुंजिया जनजाति के 4 बंधक समेत 5 लोगों को आज सकुशल वापस लाने में कामयाब रहा। मजदूरों को रूई बनाने वाली फैक्ट्री के दलाल 3 महीने से बंधक बनाकर काम करा रहे थे। दरअसल, दो दिन पहले बरातू भुंजिया ने कलेक्टर को दिए आवेदन में बताया था कि, उनके दो भाई, दो बहू और एक बच्ची को ओडिशा के बालंगीर जिले के कुरेकेला थाना क्षेत्र के ढ़ोल मादल गांव में रुई बनाने वाले फैक्ट्री में पिछले कई माह से बंधक बना लिया गया है। मजदूर दिवाली के बाद आंध्र के ईट भ_े गए थे।
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तीन महीने से वापस नहीं आने दे रहे थे
तीन माह पहले वे वापस आ रहे थे, तभी ओडिशा में उन्हें कुछ ठेकेदारों ने जबरन रुई फैक्ट्री में भेज दिया। घर तक आने-जाने नहीं दे रहे थे। बंधक की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने मजदूरों को छुड़ाने एसडीएम राकेश गोलछा के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 24 घंटे के अभियान में भुजिया जनजाति के मजदूरों को प्रशासन सकुशल वापस ले आई।
ओडिशा पहुंची गरियाबंद से टीम
एसडीएम गोलछा ने बताया कि, जब बलांगीर जिले में बंधक बनाए गए स्थल पर पहुंचे तो वहां मौजूद फैक्ट्री के लोगों ने मजदूरों की मौजूदगी के सवाल पर झूठ बोल दिया। टीम के पास बंधक मजदूरों को मोबाइल नंबर थे। टीम ने कॉल किया, तो बंधक राम कुमार रिसीव किया।
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ओडिशा प्रशासन ने दिया सहयोग
उन्हें जब बताया गया की टीम उन्हें छुड़ाने आई है, तो वे भावुक हो गए। अन्य तीन मजदूर बनमाली, फुलोबाई, जानकी और उनके 5 साल की बेटी भी बाहर आई। पूरे अभियान में ओडिशा प्रशासन का पूरा सहयोग रहा। वहीं, मौके पर ठेकेदार भाग खड़े हुए।