तेवर नारियल भेला के, 320 से 450 रुपए किलो…
राजकुमार मल
भाटापारा। पूछपरख क्या शुरू हुई नारियल भेला के तो तेवर ही बदल गए। किलो पीछे 50 रु की तेजी के बावजूद मांग भरपूर है क्योंकि विश्वकर्मा पूजा, नवरात्रि की खरीदी निकली हुई है। बाद के दिनों में दीपावली जैसे बड़े पर्व भी आने वाले हैं।
कम नहीं होगी नारियल कीमत। यह पक्की आशंका इसलिए बन रही है क्योंकि मांग की तुलना में उत्पादक क्षेत्र से आवक महज 60 से 75 फ़ीसदी रह गई है। आवक और भी घटने के आसार इसलिए बन रहें हैं क्योंकि देश स्तर पर मांग का दबाव लगातार बढ़त लेता हुआ नजर आ रहा है।

तेवर नारियल भेला के
था 280 से 400 रुपए किलो। है 320 से 450 रुपए किलो। और बढ़ सकती है नारियल भेला में प्रति किलो कीमत क्योंकि विश्वकर्मा पूजा, नवरात्रि और दीपावली की तैयारी बाजार ने चालू कर दी है। बाद के दिनों में वैवाहिक तिथियां भी आने वाली हैं, जिसमें नारियल भेला की आवश्यकता अनिवार्य रूप से मानी जाती है। ऐसे में चल रही कीमत में आश्चर्यजनक तेजी देखने में आ सकती है।
अब डिमांड इनकी भी
25 से 30 रुपए नहीं, अब 35 से 45 रुपए पर जा पहुंचे सूखा नारियल में बड़ी डिमांड खोपरा और नारियल तेल उत्पादक इकाइयों की निकल रही है क्योंकि यह ईकाइयां शीत ऋतु की मांग के लिए खोपरा एवं नारियल तेल का उत्पादन बढ़ा रहीं हैं। ऐसी स्थिति में सूखा नारियल का खुदरा बाजार 50 रुपए प्रति नग तक जाने की आशंका बन रही है। संभाग में प्रतिदिन 10 से 15 ट्रक नारियल की आवक होती है। यह अब 7 से 8 ट्रक पर आकर सिमट चुकी है। इतना ही नहीं यह आवक, अब 5000 नग क्षमता वाली छोटी वाहनों से हो रही है। इसके अलावा उत्पादक क्षेत्र ऑर्डर की आपूर्ति में 24 से 48 घंटे तक का समय अतिरिक्त रूप से ले रहा है। ऐसे में तेजी की धारणा लगातार बनी हुई है।