राजकुमार मल
Bhatapara Market : लग रहा मंडी परिक्षेत्र में पूरा दिन जाम
Bhatapara Market : भाटापारा- नाम है मूरीत राम साहू। पथरिया मुंगेली से कृषि उपज लेकर शुक्रवार सुबह 5 बजे पहुंचा था भाटापारा। 12 घंटे बाद शाम 5 बजे तक उसकी ट्रैक्टर सड़क पर ही खड़ी थी। इंच-दर-इंच सरकने के बावजूद प्रवेश से दूर थी मूरीत की ट्रैक्टर।
सैकड़ो में हैं मूरीत जैसे किसान जो बेहतर कीमत की आस में उपज लेकर भाटापारा कृषि उपज मंडी पहुंच रहे हैं लेकिन चौपट व्यवस्था अब आंखों में आंसू लाने लगी है। इस दृश्य में स्कूली बच्चे और ओव्हर ब्रिज तक की दोनों किनारों की दुकानें भी नजर आने लगी हैं, जो छूटती स्कूल और टूटती ग्राहकी से हताश हो चुके हैं।
लग रहे 24 घंटे
रबी सत्र की फसल लेकर पहुंच रहे किसान बीते 4 माह से लचर व्यवस्था का सामना कर रहे हैं। प्रांगण तक पहुंचने में जहां 15 से 16 घंटे लग रहे हैं, वहीं प्रांगण में पहुंचने के बाद कटाई, नीलामी, भराई और तौलाई जैसे काम में भी इतना ही समय लगने की जानकारियां आ रहीं हैं। बेवजह अर्थ और समय का व्यय मानने वाले किसान भली भांति जानते हैं कि शिकायत या आग्रह करना बेकार की कवायद है। इसलिए चुप हैं।
रोज विलंब से स्कूल
मंडी परिक्षेत्र में रिहायशी क्षेत्र भी हैं। सुबह से लगने वाले जाम से स्कूली बच्चे सबसे ज्यादा परेशान हैं। स्कूल वैन तक पहुंचने की राह नहीं मिल रही है, इसलिए मुख्य मार्ग तक पैदल चलकर बचते-बचाते वैन तक पहुंच रहे हैं। यह उस वक्त सबसे ज्यादा पीड़ा पहुंचाती है, जब स्कूल पहुंचने में 20 से 30 मिनट का विलंब हो जाता है। यह समस्या स्कूल से घर वापसी तक मजबूती से बरकरार है। परेशान पालकों की कौन सुनेगा?
बोहनी तक नहीं
मंडी रोड पर ही संचालित होतीं हैं बड़ी संस्थानें। खेती-किसानी से संबंधित सामग्रियों की बिक्री करने वाली दुकानें भी हैं। किराना दुकान में भी है, जो घर वापसी के दौरान किसानों को ज़रूरी सामग्री मुहैय्या करवातीं हैं। होटल और भोजनालय भी हैं। यह सभी अब बेतरह परेशान हो चले हैं क्योंकि भारी वाहनों के लगातार खड़े रहने से उपभोक्ता की पहुंच संस्थान तक आसान नहीं रहीं। बेहतर कारोबार तो नहीं लेकिन बोहनी तक नहीं हो पाने से हताशा फैली हुई है।
बहुत जल्द सब सही
Bhatapara Market : बंपर फसल की वजह से आवक बढ़ी हुई है। इसे नियंत्रित करने के लिए अभिकर्ताओं से सहयोग मांगा गया है। बाधित हो रहे आवागमन को सुचारू बनाए रखने के लिए यातायात पुलिस को पत्र लिखा गया है।
– एस एल वर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी, भाटापारा