राजकुमार मल
Bhatapara latest news : कीमत स्थिर कर ऐसे जेब पर चला रहे कैंची, क्वालिटी और क्वांटिटी में डंडी
Bhatapara latest news : भाटापारा– चाॅक तो फिर भी ठीक लेकिन पेंसिल की पैकिंग में मात्रा के कम होने की शिकायतें आने लगीं हैं। पहली बार संस्थानें संबंधित इकाइयों तक यह जानकारी पहुंचा रहीं हैं लेकिन स्थिति में बदलाव नहीं देखा जा रहा है।
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अध्ययन-अध्यापन को लेकर कसावट का दौर चल रहा है। प्राथमिक स्कूलों में यह कुछ ज्यादा ही देखी जा रही है। पालक भी गंभीर हैं। ऐसे में स्टेशनरी दुकानों में चाॅक और पेंसिल की मांग रोज बढ़त की ओर है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह कुछ ज्यादा ही नजर आ रही है।
पेंसिल में यह शिकायत
कीमत तो 5 रुपए प्रति पैक पर स्थिर है लेकिन पैकिंग खोले जाने पर 7 से 8 पेंसिल कम निकल रही है। संस्थानों तक यह शिकायत भी पहली बार पहुंच रही है कि बीते साल की पेंसिल की तुलना में वर्तमान पेंसिल लंबाई में छोटी है। जबकि पैसे पूरे लिए जा रहे हैं। इसके अलावा पैकिंग का सही नहीं होना और टूटी पेंसिल के निकलने की भी शिकायत आ रही है।
चाॅक में यह परेशानी
डस्ट फ्री। चाॅक में इस गुणवत्ता का होना अहम है लेकिन कम कीमत जैसी सोच ने ऐसी चाॅक की पहुंच आसान कर दी है, जिसमें यह गुणवत्ता सिरे से गायब है। यह शिकायत ग्रामीण क्षेत्र की स्टेशनरी संस्थानें निर्माण इकाइयों तक पहुंचा रहीं हैं। साथ ही कमजोर पैकिंग की भी जानकारी उपभोक्ता दे रहे हैं लेकिन सुधार की संभावना कम ही है। कीमत फिलहाल 10 रुपए प्रति पैक पर स्थिर है।
रुझान नहीं
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Bhatapara latest news : जोर-शोर से शुरू की गई ‘घर- घर तिरंगा’ को लेकर उत्साह तो है लेकिन तिरंगे की खरीदी को लेकर उम्मीद के अनुरूप रुझान नहीं हैं। हालांकि संस्थानों ने अग्रिम खरीदी तो कर ली है लेकिन ‘बीते साल का है तिरंगा’ । यह शब्द खूब बोले जा रहें हैं । वैसे इस बार 50 से 200 रुपए तक की रेंज में तिरंगे उपलब्ध हैं लेकिन अपेक्षित मांग का नहीं निकलना परेशान किए हुए है स्टेशनरी संस्थानों को।