राजकुमार मल
Bhatapara : बगैर लाइसेंस आदान विक्रय की शिकायतें
Bhatapara : भाटापारा- कब होगी कृषि फार्मों की जांच ? बीज, उर्वरक और कीटनाशक विक्रय करने वाली संस्थानों में चल रही जांच के बीच, यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि जिले के कुछ बड़े कृषि फार्मों से उर्वरक और कीटनाशक बेचे जाने की जानकारी सामने आ रही है।
कृषि विभाग की सक्रियता किसानों और साफ-सुथरा कारोबार करने वाले आदान विक्रेताओं को भले ही रास आ रही हो लेकिन एक बड़ा वर्ग नाखुश इसलिए है क्योंकि कुछ बड़ी सब्जी बाड़ियां खुलेआम कीटनाशक और उर्वरक बेच रहीं हैं, इन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है ? जैसे सवाल उठ रहें हैं।
Bhatapara : इन पर कार्रवाई कब
हरियाणा से आए बड़े किसान लगभग हर विकासखंड में बड़े रकबे में कृषि फार्म बना चुकें हैं। हरियाणा में अपने संपर्कों का लाभ उठाकर ऐसे कीटनाशक बेच रहें हैं, जिनकी कीमत कम ही होती है। इसके अलावा कालातीत अवधि के करीब पहुंच चुकी कीटनाशक भी इनके द्वारा बेची जा रहीं हैं। बगैर लाइसेंस चल रहे ऐसे क्रय-विक्रय पर कब लगाम कसी जाएगी ? प्रतीक्षा कर रहा है बीज, उर्वरक और कीटनाशक बाजार।
किराना दुकानों में भी
फौरन जरूरत है। शहर जाने और वापसी में व्यर्थ में समय क्यों गवाएं ? जैसी मानसिकता को देखकर जिले के कुछ गांवों में किराना दुकानें भी कीटनाशक का विक्रय करने लगीं हैं। मात्रा भले ही सीमित रखी जा रही हो लेकिन उपलब्धता तो हो रही है।
विपरीत असर यहां
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अवैध कारोबार से अनुमति प्राप्त संस्थानें ही नहीं, गुणवत्तापरक कीटनाशक निर्माता कंपनियां भी प्रतिकूल स्थिति का सामना कर रहीं हैं। इसके अलावा राज्य को नियमानुसार मिलने वाला राजस्व भी नहीं मिल रहा है क्योंकि नियमों से परे ऐसी व्यापारिक गतिविधियां चल रहीं हैं।