राजकुमार मल
रिकॉर्ड फसल और बंपर खरीदी
भाटापारा- बेहतर फसल। बेहतर खरीद। उम्मीद थी, बारदाना में बेहतर मांग निकलने की लेकिन यह जमीन पर आ रही है क्योंकि रबी सत्र में अपेक्षित मांग अभी भी नहीं निकल रही है।
10 दिन रह गए हैं रबी सत्र में बारदाना की खरीदी के लिए। रिकॉर्ड फसल और बंपर खरीदी की संभावना को देखते हुए जोरदार तैयारी की थी बेहतर मांग पूरी करने की। लेकिन ताजा कीमत से, और भी कम भाव में डिमांड है। नुकसान है इस भाव में बेचने पर इसलिए बारदाना बाजार इनकार कर रहा है।
यहां से भी खरीदी नहीं
खाद्य प्रसंस्करण ईकाइयों से उम्मीद थी, बारदाना बाजार को लेकिन यह अभी तक शुरु नहीं हो पाई है। थोड़ी बहुत खरीदी तो है लेकिन यह खरीदी कारोबार को गति देने वाला नहीं माना जा रहा है। भंडारण करने वाला क्षेत्र भी शांत है।
नया क्षेत्र शांत
ट्रेडर्स को पहली बार बारदाना बाजार, नया खरीददार मान रहा है लेकिन अपेक्षित मांग यहां से भी नहीं निकल रही है। लिहाजा अंतिम आस उस किसान से है, जिसकी मांग थोड़ी-बहुत निकल रही है लेकिन भाव सुनकर कीमत और कम करने की शर्त रखी जा रही है।
रिजर्व स्टॉक नहीं
खाद्य प्रसंस्करण ईकाइयां खाली बारदाने का रिजर्व स्टॉक नहीं करतीं क्योंकि चूहों से सुरक्षित रखना चुनौती ही है। इसलिए दैनिक उपयोग के लायक महज 4 से 5 हजार कट्टा का ही रिजर्व स्टॉक रखा जाता है।
इस कीमत पर भी नहीं
ओल्ड जूट बैग 11 से 15 रुपए प्रति नग। फ्रेश 30 से 40 रुपए। प्लास्टिक के पुराने बारदाने 6 से 9 रुपए प्रति नग। उपभोक्ता क्षेत्र इस कीमत को भी ज्यादा मान रहा है जबकि इस कीमत पर भी विक्रय को लाभ देने वाला नही माना जा रहा है।