Bhanupratappur News : मामला कोरर वन परिक्षेत्र का 6 लाख,17 हजार एवं खाद की 41 हजार रुपये पाने सालों से भटक रहा व्यापारी
Bhanupratappur News : भानुप्रतापपुर। सामग्री प्रदाय के दो वर्ष बाद भी दुकानदार को 6 लाख, 17 हजार रुपए की राशि नही मिल पाया है।
अब तक भुगतान के लिए कई बार वन मंडल कांकेर कार्यालय का चक्कर लगा चुके है। इस सम्बंध में डीएफओ साहब से भी मुलाकात किया गया है, लेकिन भुगतान दिलवाने में अधिकारी भी रुचि नही दिखाई दे रहे।
Bhanupratappur News : भगवती लोहा भंडार कोरर के संचालक ओमाराम चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि
कोरर वन परिक्षेत्र के सर्किल अंतगर्त वर्ष 2022 में चेकडेम निर्माण कार्य के लिए भानबेड़ा, रानीडोंगरी, कुडाल एवं हफरा के कार्य सम्पादन के लिए सीमेंट बेग की मांग की गई । कार्य पूर्ण करने के लिए पूर्व रेंजर कृष्ण कुमार इरघट के द्वारा 6 लाख, 17 हजार रुपए की 190 रुपये का सीमेंट एवं अन्य सामाग्री भगवती लोहा भंडार कोरर से खरीदी की गई थी।
जिसका बिल क्रमांक 1905 दिनांक 30 मई 2022 राशि 35890, बिल क्रमांक 1907 दिनांक 31 मई 2022 राशि 31400, बिल क्रमांक 1908 दिनांक 1 जून 2022 राशि 151500, बिल क्रमांक 1916 दिनांक 13 जून 2022 राशि 31000, बिल क्रमांक 1918 दिनांक 14 जून 2022 राशि 18300, बिल क्रमांक 1919 दिनांक 29 जून 2022 राशि 1000,
बिल क्रमांक 1920 दिनांक 30 जून 2022 राशि 183000, एवं बिल क्रमांक 1921 दिनांक 7 जुलाई 2022 राशि 400, की बिल आज भी पेंडिंग है।
उन्होंने बताया कि सामाग्री देने उपरांत कई बार पूर्व रेंजर कृष्ण कुमार इरघट साहब से मिला उनका कहना था कि थोड़ा समय लगेगा पर आपका भुगतान हो जाएगा कहते हुए टालते गया
इसी दरम्यान कुछ समय पश्चात पूर्व रेंजर कृष्ण कुमार इरघट आकस्मिक निधन हो गया। जिसके कारण बिल का भुगतान रुक गया। भुगतान के लिए वर्तमान रेंजर से भी संपर्क किया गया लेकिन वहां भी निराशा हाथ आई। अंत मे मुझे उम्मीद थी कि डीएफओ कांकेर से मुलाकात कर निवेदन करने से भुगतान हो जाएगा। ऊनसे कई बार मिला लिखित में आवेदन भी दिया
लेकिन भुगतान करने में अधिकारी रुचि नही दिखा रहे है। वही 41 हजार 683 रुपये का नर्सरी के लिए दुर्गा ट्रेडर्स से खाद खरीदी गई थी उसका भी भुगतान नही हुआ है। खाद भुगतान के लिए एसडीओ फारेस्ट के द्वारा आश्वासन दिया गया था लेकिन आज पर्यन्त तक भुगतान नही किया गया।
पुलिया निर्माण कार्य मे लगे ग्रामीणों का भुगतान नही किया गया है जिसमे नरेन्द्र तेता 90 दिवस एवं अजय सलाम 63 दिवस 2022 ने काम किया था एक साल बाद भी उन मजदूरों को मजदूरी नही मिल पाई है।