Bhanupratappur नगर पंचायत के कार्यप्रणाली से लोगो मे नाराजगी
Bhanupratappur भानुप्रतापपुर। नगर पंचायत के अधिकारीयों द्वारा दल्ली रोड पर स्थित बेशकीमती भूमि की नीलामी गुपचुप तरीके से सोमवार को नगर पंचायत कार्यालय के सभागार में रखी गयी थी।
अपने चहेते व्यापारी को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बिना किसी को सूचना दिए दोपहर 2 बजे भूमि को नीलामी के माध्यम से व्यापारी के नाम लीज पर दिया जाना था।
Bhanupratappur लेकिन राजनीतिक दलों और व्यापारियों के विरोध के चलते अपरिहार्य कारणों से नीलामी को स्थगित करना पड़ा।
गुपचुप तरीके से हो रही भूमि नीलामी की सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित किये जाने पर नीलामी प्रक्रिया का जमकर विरोध होने लगा, और आनन फानन में इसे रद्द किया गया। नगर पंचायत के इस रवैये से आम नागरिको में नाराजगी देखी गयी।
विदित हो कि दल्ली नाका स्थित नगर पंचायत भानुप्रतापपुर के स्वामित्व की भूमि वार्ड क्र. 03 दल्ली रोड़ नाका के पास खसरा नंबर 06 रकबा 0.200 हेक्टेयर है। जिसकी नीलामी की प्रक्रिया गुपचुप तरीके से सोमवार को की जा रही थी।
नगर के व्यापारियों और राजनीतिक दलों ने नीलामी की जनकारी से अनभिज्ञता जताई और इसका पुरजोर विरोध किया जिसके चलते नीलामी को स्थगित करना पड़ा।
नगर पंचायत के सूचना पटल पर भूमि नीलामी से संबंधित सूचना भी चस्पा नही की गई थी। नियमतः नीलामी प्रक्रिया के पूर्व ही नगर पंचायत के द्वारा सूचना पटल पर चस्पा किया जाना चाहिए, ताकि जरूरतमंद लोग नीलामी प्रक्रिया में भाग ले सके।
लेकिन अधिकारी अपने चेहते को फायदा पहुंचाने के फिराक में थे जिसके चलते सूचना का प्रकाशन व प्रसारण नहीं किया गया।
Bhanupratappur नगर पंचायत के अधिकारियों की भूमिका पर संदेह
गुपचुप तरीके से करोड़ो के जमीन की नीलामी की प्रक्रिया किए जाना कई संदेहों को जन्म दे रही है। राजनीतिक दल व स्थानीय व्यापारियों द्वारा विरोध में कहा गया कि अधिकारी अपने चेहते व्यापारी को भूमि दिलवाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं इसलिए सूचना जनता को नहीं दी जा रही थी।
नगर पंचायत सीएमओ को निविदा प्रकाशन की जानकारी भी नही है। पूछने पर अनभिज्ञता जाता रहें हैं इस प्रकार लोगों को गुमराह किया जा रहा है। सीएमओ का कहना है कि मै सिर्फ दस्तावेज में हस्ताक्षर करता हूँ।
Bhanupratappur नगर के लोगो को भी नहीं दी गयी जानकारी
विभाग के द्वारा अपने करीबी को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से आनन फानन में गुपचुप तरीके से नीलामी प्रक्रिया की जा रही थी। इसकी निविदा कब किस अखबार में प्रकाशित की गई उसकी प्रति भी नहीं दिखाई जा रही थी। नीलामी की सूचना आम नागरिकों को नही मिल पाई। ऐसे में कई लोग नीलामी प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हो पाते।
उक्त भूमि के लिए आवेदक को सोमवार सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालय में 15 लाख 20 हजार रुपये नगद जमा किया जाना था। कुल 13 लोगो से लगभग 2 करोड़ राशि जमा की गई। दोपहर को 2 बजे नीलम की प्रक्रिया होनी थी। लेकिन राजनीतिक दल व व्यापारियों के विरोध के चलते नीलामी को स्थगित किया गया है अब आगामी तिथि निर्धारित कर पुनः सूचना दी जाएगी।
Bhanupratappur नगर पंचायत उपाध्यक्ष को भी नहीं मिली सूचना
नगर पंचायत के उपाध्यक्ष कमलेश गावड़े ने बताया कि नगर पंचायत उपाध्यक्ष होने के नाते सीएमओ के द्वारा नीलामी की जानकारी दी जानी थी, पर मुझे भी इससे दूर रखा गया।
इससे जाहिर होता है कि नीलामी प्रक्रिया में बड़ा गोलमाल हो रहा था। उक्त भूमि पर कीच जगह सर्व ब्राह्मण समाज के द्वारा सामुहिक भवन के लिए आरक्षित है, वहीं शेष भूमि पर आदिवासी समाज के लिए देवगुड़ी के लिए स्थल का चयन किया गया है।
आप पार्टी ने भी जताया विरोध
Bhanupratappur आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष हरेश चक्रधारी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनहित की बात करती है, लेकिन केवल अमीरो को लाभ पहुचाने में लगी हुई है। यदि उक्त भूमि पर नगर पंचायत के द्वारा काम्प्लेक्स दुकान बनाकर दिए जाते तो कई जरूरतमंद गरीबवर्ग के जीवनयापन हो सकता था, लेकिन इसे मुनासिफ नही समझा गया।
उक्त भूमि के लिए नीलामी निविदा का प्रकाशन चार अखबारों में किया जाना बताया जा रहा है लेकिन मांगे जाने पर विभाग द्वारा एक भी पेपर नहीं दिखाया गया।