(Bhanupratappur) भानुप्रतापपुर खेल मैदान स्वर्गीय मनोज मंडावी और स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नाम पर होगा कांकेर मेडिकल कॉलेज : मुख्यमंत्री

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(Bhanupratappur) बूढ़ादेव का पुनर्स्थापना के लोकार्पण मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल


(Bhanupratappur) भानुप्रतापपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को भानुप्रतापपुर के गोंडवाना भवन में बूढ़ादेव का पुनर्स्थापना के लोकार्पण मौके पर पहुंचे और साथ ही 14 करोड 47 लाख रुपए की लोकार्पण व भूमि पूजन किया।

(Bhanupratappur) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा आदिवासी समाज वनवासी नहीं है बल्कि आदिवासी जल, जंगल, जमीन के मालिक हैं। जिनके संरक्षण के लिए लगातार काम कर रहे हैं। हमारी कांग्रेस की सरकार इन आदिवासियों को वन अधिकार, लोहंडीगुड़ा में जमीन वापस कराया।

(Bhanupratappur) संस्कृति, परम्परा को बचाने का कार्य कर रहा है। आदिवासी समाज के आदि संस्कृति के बाद ही दूसरे धर्म ने सामने आए । सरकार आदिवासियों की धर्म संस्कृति प्राचीन परंपरा को संरक्षण करने का काम कर रही है।

इसके लिए देव गुड़िया, गोटूल के लिए राशि स्वीकृत कर उनका संरक्षण किया जा रहा है। स्वर्गीय मनोज मंडावी हमेशा आदिवासियों की संस्कृति को लेकर संरक्षण पर जोर देते थे ।2019 से अब तक 518 देवगुड़ी 1782 लाखों रुपए की लागत में बनाया।

173 घोटूल 1991 लाख रुपए की लागत से बनाया जा चुका है। राज्य सरकार भी आदिवासियों की संस्कृति परंपरा को बचाने के लिए राज्य मेंआदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन कर रहा है जिसमें देश ही नहीं विदेश के भी अपना आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं। अबतक 26 देशों के आदिवासियों का प्रदर्शन किया ।

(Bhanupratappur) प्रकृति का सेवा करना हम सबका दायित्व है और आदिवासी जल, जंगल, जमीन को लेकर काफी सजग है, और इसे बचा कर रखना काम कर रहे । आदिवासी हर समय, माह के आसार पर त्यौहार के आधार पर उनकी संस्कृति, गीत होता है।

भेंट मुलाकात के दौरान जो हमने घोषणा किया था उसका आधा भूमिपूजन लोकार्पण किया है। हमारी सरकार बोली, भाषा के आधार पर बच्चों को शिक्षित करने के लिए इसे लिपिबद्ध किया जा रहा है। वर्तमान में अपनी बोली भाषा को बुजुर्ग तो समझ रहे है।

(Bhanupratappur) बच्चे नहीं समझ पा रहे हैं। इसके लिए हम काम कर रहे हैं । बादल संस्था की स्थापना किया गया है नृत्य, शैली, परम्परा, खेल सीख रहे है। समय का गाना धान कटाई का समय का गीत इस कारण कर रहे हैं पिछले बीजेपी सरकार ने आदिवासियों का अधिकार छिनने का काम किया था। गोली मारने का काम किया था।

आदिवासियों की आय में वृद्धि के लिए लगातार काम कर रहे तेंदूपत्ता ₹2500 से बढ़ाकर ₹4000 प्रति मानक बोरा किया है । 65 वनोपज का समर्थन मूल्य में खरीदा जा रहा है। जिले में लगाया गया मिलेट प्लांट में जिसमें 22 प्रकार के समान दिख रहा है।

(Bhanupratappur) यह सामान बस्तर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मांग बढ़ रही है। और बस्तर में अब शांति आ रही है पिछली सरकार भाजपा के द्वारा आदिवासियों को जेल भेजने का काम करता था। लेकिन वर्तमान में अब शांति से कहीं भी आ जा सकते हैं ।पहले हम कोयलीबेड़ा दुर्गुकोंदल, अंतागढ़ नहीं जाते थे अब आसानी से आ जा सकते हैं।

अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आत्मानंद स्कूल खोला गया है ताकि हमारे आदिवासी, छत्तीसगढ़ के बच्चे देश विदेश में अंग्रेजी में बात कर सके ।साथ ही स्वास्थ्य को लेकर मलेरिया मुक्त हो रहे हैं। पहले मलेरिया अब बस्तर मलेरिया मुक्त हो रहा है। उल्टी दस्त को लेकर भी बड़ी संख्या है हाट बाजार क्लिनिक भी चल रहा है जिससे स्वास्थ्य से लेकर गांव-गांव तक पहुंच गए हैं। भारत में सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में धान की मक्का की कीमत किसानों को मिल रही है । इस वर्ष 107.53 मेट्रिक टन धान खरीदा गया।

22000 करोड रुपए किसानों के खाते में गए वहीं भाजपा के सरकार के समय किसानों को बारदाना नहीं मिल पाता था। किसानों को खरीदी केंद्र में धान की रखवाली करना पड़ता था। और किसानों को भुगतान 3 दिन में आ रहा है पिछले वर्ष धान की अंतर की राशि का 31 मार्च के पहले दिया जाएगा रमन सरकार ने 16 लाख क्विंटल धान का खरीदा था जबकि हम पिछले 3 साल से लगातार बढ़ते हुए खरीदा जा रहा है इस वर्ष जिले में 40 लाख क्विंटल धान खरीदा गया है जो ढाई गुना ज्यादा है वही डोंगरकट्टा के किसानों को नक्शा खसरा 1996 से नहीं मिल पा रहा था उन्हें हमने दिलवाया है। गोधन योजना का मजा बीजेपी के लोग मजाक उड़ाते थे।

अब यह फायदे का है महिला स्व सहायता समूह को रोजगार मिल रही है साथी गोबर से पेंट बन रहा है जो सरकारी ऑफिस के अलावा स्कूलों की पोटाई की जाएगी ।साथी गोबर से डोंगाघाट में बिजली उत्पादन भी कर रहे हैं।

आने वाले समय में गोठान गठान समिति बिजली देंगे। भाजपा की सरकार ने 3000 स्कूलों को बंद कर दिया था हमने 300 स्कूल की शुरुआत कर दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रहे हैं 1000 करोड़ र हमने बजट में शामिल किया है ताकि स्कूलों का जीर्णोद्धार व नया भवन बनाया जा सके।

कार्यक्रम को आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भी संबोधित करते हुए कहा आदिवासियों को वनवासी कहना गलत है बे जंगल देश का भगवान है आदिवासी यहां का भगवान होता है वनवासी जो बोलेगा उसे गांव में घुसने नहीं देना है।

हमारी सरकार लगातार आदिवासियों की संस्कृति परंपरा को संरक्षण करने के लिए काम कर रही है। विधायक सावित्री मंडावी ने हमारी सरकार आदिवासियों के हित छत्तीसगढ़ वासियों के हित के लिए लगातार काम कर रही है।

मंडावी ने विधानसभा के लिए विभिन्न मांगो को रखा जिसमें 100 बिस्तर अस्पताल, कन्या हाई सेकेंडरी स्कूल भानुप्रतापपुर, मांगुरटोला में पुलिया निर्माण, भानुप्रतापपुर खेल मैदान को स्वर्गीय मनोज सिंह मंडावी के नाम से करने, समुदायिक भवन, मांदरी, हुलकी के लिए 30 गांव के लिए राशि देने, प्री मैट्रिक छात्रावास की अतिरिक्त भवन, मिनी स्टेडियम संबलपुर की मांग रखी गई थी।

इस मौके पर कहां के विधायक शिशुपाल सोरी, अंतागढ़ विधायक अनूप नाग पूर्व मंत्री गंगा पोटाई, बीरेश ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव, हरिश्चंद्र कौडों, ललित नरेटी, काशीराम दर्रो, बृजवट्टी मरकाम, सुनाराम तेता, नरेश ठाकुर, ठाकुर राम कश्यप, नगर पंचायत अध्यक्ष सुनील पाढ़ी, वीरेंद्र ठाकु,र नरेंद्र यादव, कमिश्नर श्याम धावडे, आईजी पी सुंदर राज, डीआईजी बालाजी राव, कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला, एसपी सुलभ सिन्हा सहित सामाजिक बंधु व अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री की भानुप्रतापपुर में प्रमुख घोषणाएं

चालकी मांझी के लिए 10-10 हज़ार रूपये की घोषणा, गोड़वाना समाज के 5 सर्कल भानुप्रतापपुर में स्ट्रीट लाइट, शेड निर्माण, अहाता निर्माण हेतु 10-10 लाख रूपये की घोषणा।भानुप्रतापपुर के खेल मैदान का नामकरण स्वर्गीय मनोज मंडावीके नाम पर।

पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय मनोज मंडावी की मंशानुसार कांकेर मेडिकल कॉलेज का नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर।

भानुप्रतापपुर क्षेत्र के जीर्ण शीर्ण स्कूलों का जीर्णोद्धार करने प्रस्ताव प्रेषित करने कांकेर कलेक्टर डा. प्रियंका शुक्ला को निर्देशित किया।

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