नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के बस्तर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद महेश कश्यप ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरे में शामिल होने का औपचारिक निमंत्रण दिया। बस्तर का यह दशहरा न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत उदाहरण है, जिसकी गूंज अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सुनाई देती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस निमंत्रण को स्नेहपूर्वक स्वीकार किया और भरोसा दिलाया कि वे इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होने का प्रयास करेंगे। मुलाकात के दौरान सांसद महेश कश्यप अपनी धर्मपत्नी चंपा कश्यप और पुत्री क्षमता कश्यप के साथ प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे थे। बेटी क्षमता कश्यप ने जब प्रधानमंत्री को सादर नमस्कार किया, तो पीएम मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसे टॉफी भेंट की। यह क्षण सौजन्यता और अपनत्व से भरा हुआ रहा।

सांसद कश्यप ने प्रधानमंत्री को बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक एक स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि बस्तर दशहरा नवरात्रि के दौरान 75 दिनों तक मनाया जाने वाला दुनिया का सबसे लंबा पर्व है, जिसमें देवी मां दंतेश्वरी की परंपरागत पूजा अर्चना होती है और जनजातीय संस्कृति की अद्वितीय झलक देखने को मिलती है।
मुलाकात के दौरान सांसद ने केंद्र सरकार की योजनाओं और बस्तर क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों के लिए आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बस्तर सहित पूरे देश ने बीते ग्यारह वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति की है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और संचार के क्षेत्र में बस्तर में व्यापक बदलाव आए हैं, जिससे यहां की जनजातीय जनता का जीवन स्तर सुधरा है।
सांसद महेश कश्यप की इस मुलाकात को बस्तर के लिए एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इससे क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय मंच पर और मजबूती मिलेगी। यदि प्रधानमंत्री बस्तर दशहरे में शामिल होते हैं, तो यह आयोजन न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि बस्तर की समृद्ध परंपरा को वैश्विक पहचान भी दिलाएगा।