Baloda bazar : संसदीय सचिव ने दिखाई अपनी ताकत, रेत कार्यवाही में निपटे पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे, देखिये Video

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Baloda bazar रेत कार्यवाही में निपटे पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे

Baloda bazar बलौदाबाजार !  कसडोल   विधायक एवं संसदीय सचिव शकुन्तला साहू एक बार फिर सुर्खियों मे आ गयी है. सोशल मीडिया सहित अन्य जगहों पर खबर चल रही है कि पलारी तहसीलदार का स्थानांतरण दो घंटे के अंदर इन्होंने करवा दिया. और तहसीलदार नीलमणि दुबे को राज्य प्रशासन ने निर्वाचन कार्य देखने बुला लिया है.

Baloda bazar  मामला रायल्टी चोरी कर अवैध रूप से रेत परिवहन करने का है जानकारी के मुताबिक पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे क्षेत्र के दौरे पर थे इसी दौरान रेत भरकर जा रही हाई लाइट को रोककर कागजात पुछा एवं रायल्टी पर्ची पुछी जिसपर नहीं होने की जानकारी होने पर उन्होंने कार्यवाही कर दिया और इसकी सूचना कलेक्टर रजत बंसल को भी दी. हाईवा संसदीय सचिव के खास व्यक्ति की थी तो कार्यवाही से तमतमाई संसदीय सचिव तहसीलदार के पास पहुंच गयी और अपने पद एवं शासन का रौब दिखाते हुए तहसीलदार को बोरिया बिस्तर बांधने कह दिया और चली आई. इस घटना को महज कुछ घंटे हुए थे कि मंत्रालय से तहसीलदार नीलमणि दुबे के लिए सिंगल आर्डर निकला और रायपुर बुला लिया गया.

Baloda bazar  सवाल यह उठता है कि प्रदेश सरकार द्वारा लगातार निश्पक्ष कार्यवाही की बात कही जाती है गलत करने वालो पर कड़ी कार्रवाई की बात कही जाती है तो क्या प्रशासन के अधिकारी द्वारा अवैध रेत परिवहन पर कार्यवाही सही थी या गलत.

Baloda bazar  सूत्र बताते है कि यह कार्यवाही तो होनी ही थी कारण पलारी क्षेत्र के मल पुरी रेत घाट मे भी भारी कारनामे है जो कि प्रदेश शासन के एक मंत्री के रिश्तेदार का है और जिन्होंने आठ की जगह 18 एकड़ के खदान पर कब्जा कर रखा है और जिसपर तहसीलदार ने कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर कार्यवाही की बात कही है. सूत्र बताते है कि मामले को निपटाने रेत ठेकेदार ने तहसीलदार को बड़ी रकम की पेशकश भी की थी. पर मामला बना नहीं. इसी क्षेत्र मे वर्षों पूर्व पदस्थ डिप्टी कलेक्टर को ऐसी ही कार्यवाही पर हाईवा से कुचलने का प्रयास किया गया था जिसपर वे बाल बाल बचे थे. उस वक़्त भाजपा के एक नेता जी का क्षेत्र में दबदबा था.

Baloda bazar  देखे तो कहा जा सकता है कि बलौदाबाजार जिले मे रेत माफियाओं का जाल बिछा हुआ है इस तरह की घटना दबंगई को दर्शा रही है और यह सब जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में हो रहा है. जिस पर मुख्यमंत्री जी को संज्ञान लेना चाहिए वरन जिस तरह भाजपा के जनप्रतिनिधि अपने अहंकार और दबंगई से निपट गए कही आने वाले समय मे कांग्रेस को निपटना पड़ जाये.

Baloda bazar  वही इस मामले में संसदीय सचिव शकुन्तला साहू ने कहा कि तहसीलदार को मैंने अनेकों बार फोन लगाया पर वे नहीं उठाये जिसपर कलेक्टर सहित उच्च स्तर पर शिकायत की गयी थी. रेत कार्यवाही से उनका कोई लेना देना नहीं है. उनके क्षेत्र मे अनेकों रेत खदान संचालित है पर वे कभी हस्तक्षेप नहीं करी है.

नगरीय प्रशासन मंत्री डा शिवकुमार डहरिया ने इस पर कहा कि स्थानांतरण एक प्रशासनिक प्रक्रिया है जिसके तहत तहसीलदार का स्थानांतरण हुआ है.

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