Baloda Bazaar : दरचुरा जलाशय फुटा गणेशपुर में तबाही का मंजर जिम्मेदार कौन ? लापरवाह अधिकारी या प्रकृति
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Baloda Bazaar : बलौदाबाजार ! दरचुरा जलाशय फुटने के बाद गणेशपुर में तबाही का मंजर है अचानक आई विपदा ने लोगों को परेशानी में डाल दिया वहीँ कुछ ही देर में उन्हें अपनी जान बचाने अपना सबकुछ छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ा आखिर इस तबाही के मंजर का जिम्मा किसका है सिचाई विभाग के लापरवाह अधिकारी या प्रकृति। गाँव वालों की माने तो विगत चालीस वर्षों में कभी ऐसी हालात नही आई आखिर क्या ऐसा कारण आ गया कि ऐसी विपदा आगयी पूरा गाँव सवाल पुछ रहा है।
विगत चार दिनों से पूरे प्रदेश में बरसात ने आफत मचा रखी है वही बलौदाबाजार जिले के सिमगा विकासखंड के ग्राम दरचुरा स्थित जलाशय फुटने से उसका पानी गाँव में घुस गया जिससे ग्रामीणों को अच्छी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा और आनन फानन में अपनी जिन बचाने घरेलू सामान को वही छोड़ भागना पड़ा तो किसी ने छत के ऊपर चढकर जान बचाई।
Baloda Bazaar : जिम्मेदार कौन यह एक बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि उक्त जलाशय अचानक फुट कैसे गया और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये आखिर इस हालात को पैदा करने की जिम्मेदारी किसकी है क्या शासन से लाखों रूपये तनख्वाह लेने वाले अधिकारी जलाशय को देखने नहीं गये और लगातार दबाव बढ़ने से यह हालात उत्पन्न हुआ यह जांच का विषय है आखिर इन जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही होगी। सूत्र बताते हैं कि जलाशय के रखरखाव के लिए करोड़ों रूपये की राशि आती है नहर सफाई के नाम पर प्रतिवर्ष राज्य शासन राशि उपलब्ध कराती है ऐसे में यह राशि कहाँ गयी क्या जिम्मेदार जलाशय की मरम्मत पर ध्यान नही दिये यदि ऐसा है तो जिम्मेदारों पर कार्यवाही होनी चाहिये।
ग्रामीणों का कहना था कि यदि अधिकारी ध्यान दिये होते और विगत पांच दिनों से लगातार बारिश को देख बांध का पानी नहरों के माध्यम से छोड़ दिये होते तो शायद यह हालात उत्पन्न नहीं होता। पर अधिकारियों ने ध्यान नही दिया और उनकी गलती का खामियाजा हम ग्रामीणों को भुगतना पड़ा कि आज घर में रखे घरेलू सामान के साथ राशन आदि खराब हो गये वही बच्चों के स्कूल के कापी किताब सब खराब हो गये हैं। ग्रामीणों का कहना है कि चालीस वर्षों में यह पहला मौका है कि इस तरह के हालात उत्पन्न हुए है अधिकारियों पर कार्यवाही के साथ जिनका नुकसान हुआ है उसका भरपाई किया जाना चाहिए।
Baloda Bazaar : कलेक्टर दीपक सोनी लगातार हालात का जायजा लेते रहे और पूरी मदद जो शासन द्वारा तात्कालिक की जानी चाहिए पूरा किया। वही प्रशासनिक अमले को सतत निगरानी रखने के निर्देश भी दिये जिसपर तहसीलदार नीलमणि दुबे लगातार गांव में मौजूद रहे और रात्रि में ही ग्रामीणों को एसडीआर एफ व नगर सेना की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर रखवाया। वही पुलिस प्रशासन की टीम भी गांव में मौजूद रही।
देखना अब यह होगा कि इस घटना और ऐसे हालात उत्पन्न की जांच होती है और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही होती है या नहीं।