भोपाल। मध्य प्रदेश के देवास जिले में अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगने के बाद प्रभारी सहायक आबकारी आयुक्त मंदाकिनी दीक्षित को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर की गई। दरअसल, देवास के आबकारी ठेकेदार दिनेश मकवाना ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने मंदाकिनी दीक्षित पर अवैध राशि मांगने का आरोप लगाया था।
वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद वाणिज्यिक कर विभाग की उप सचिव वंदना शर्मा ने मंदाकिनी दीक्षित के निलंबन का आदेश जारी किया। आदेश में उल्लेख है कि दिनेश मकवाना द्वारा जारी वीडियो में दीक्षित के विरुद्ध अवैध राशि मांगने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं और इन्हीं कारणों से उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया।
आदेश के अनुसार, लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया अत्यंत गंभीर हैं और शासकीय सेवा के दायित्वों व मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम तीन का उल्लंघन करते हैं। इसी आधार पर मंदाकिनी दीक्षित को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय आबकारी आयुक्त कार्यालय ग्वालियर रहेगा।
गौरतलब है कि बीते माह आबकारी ठेकेदार दिनेश मकवाना ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया था कि सहायक आबकारी अधिकारी उनसे प्रत्येक दुकान के हिसाब से डेढ़ लाख रुपए की मांग करती थीं। यह राशि देना उनके लिए संभव नहीं था और लगातार दबाव के चलते वे मानसिक रूप से परेशान थे, जिसके कारण उन्होंने यह गंभीर कदम उठाया।