राजकुमार मल
Assembly elections : स्थानीय नेताओं से उठा विश्वास,अब केवल भूपेश से है आस…
Assembly elections : भाटापारा– जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव पास आते जा रहा है वैसे-वैसे क्षेत्र की जनता की उम्मीद अब भूपेश बघेल पर टिकती नजर आ रही है। यह चर्चा फिलहाल जोरों पर है कि भाटापारा से भूपेश बघेल चुनाव लड़ने वाले हैं, इससे जनता उत्साहित है और आशान्वित भी है कि यदि भूपेश बघेल यहां से चुनाव लड़ते हैं तो भाटापारा पहले जिला बनेगा क्योंकि भूपेश बघेल ने वादा भी किया था कि उनकी सरकार आएगी तो भाटापारा जिला बनेगा। साथ ही क्षेत्र का चौतरफा विकास भी होगा।
जिला बनवाने में स्थानीय नेता विफल रहे –
यह कड़वी सच्चाई है कि भाटापारा को जिला बनाने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही कभी कोई प्रयास नहीं किया । दोनों दल के नेताओं ने बारी-बारी से यहां की जनता को छला। क्षेत्रीय नेताओं ने केवल अपना हित देखा क्षेत्र के हित को नजरअंदाज किया। अगर स्थानीय नेता चाहते तो भाटापारा को जिला बनाने के लिए 42 साल इंतजार नहीं करना पड़ता।
कांग्रेस को कांग्रेसी ही निपटाते है-
कभी कांग्रेसका गढ़ कहे जाने वाले भाटापारा विधानसभा को अब कांग्रेसी ही निपटा रहे है।
आम जनमानस में यह चर्चा अक्सर होते रहती है कि जब भी स्थानीय नेता को कांग्रेस का टिकट दिया जाता है तो उसको कांग्रेसी ही हारते हैं । विधानसभा के दावेदारों मे किसी एक को टिकट मिलती है और बाकी नेता प्रत्यक्ष,अप्रत्यक्ष रूप से उसे हराने में लग जाते हैं। पिछले तीन चुनाव का हाल देखें तो इस क्षेत्र में यही हो रहा है। स्थानीय नेता को कांग्रेस की टिकट मिलने से भाजपा को फायदा ही होता है ।
लगातार बढ़ रहा है जनाक्रोश
स्वतंत्र भाटापारा जिले की मांग को 42 साल हो गए हैं । जिला नहीं बनने के कारण यहां जन आक्रोश लगातार बढ़ रहा है, इसका खामियाजा सत्तासीन पार्टी को सबसे ज्यादा भुगतना पड़ेगा। स्थानीय नेता जिले को मुद्दे को जिस हिसाब से नजरअंदाज करके चल रहे हैं उससे चुनाव के दिनों में इनको समझ में आएगा कि उन्होंने कितनी बड़ी गलती की है। क्षेत्र के हितों की अनदेखी करना स्थानीय नेताओं को बहुत भारी पड़ेगी।
अब भूपेश ही अंतिम विकल्प
स्थानीय नेताओं की कार्यशैली से आक्रोशित आम जनता अब अंतिम विकल्प के रूप में भूपेश बघेल को ही देख रही है। आम जनता के दिलों दिमाग में अब यह बात घर कर गई है कि यदि भूपेश बघेल यहां से चुनाव लड़ते हैं तो सबसे पहले जिला बनेगा। साथ ही क्षेत्र का चौतरफा विकास भी होगा जिसके लिए यहां की जनता 42 साल से तरस रही है। भाटापारा को जिला बनाना अब स्थानीय नेता के बस की बात नहीं रही,यह बात यहां की आम जनता भली-भांति समझ चुकी है।