Ambedkar Chowk-नवा रायपुर कैपिटल काॅम्पलेक्स परिक्षेत्र स्थित अंबेडकर चौक में स्थापित होगी डॉ भीमराव अंबेडकर की विशाल प्रतिमा

नवीन विधानसभा भवन उद्घाटन के साथ होगा डॉ अंबेडकर की विशाल प्रतिमा का अनावरण

रमेश गुप्ता
रायपुर

भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आज नवा रायपुर अटल नगर के इंद्रावती भवन के समीप कैपिटल कॉम्प्लेक्स परिक्षेत्र स्थित अम्बेडकर चौक पर एक भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बी. आर. अंबेडकर जयंती समारोह संयुक्त आयोजन समिति द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं तथा आम नागरिकों ने भाग लिया।

भारतीय संविधान की हीरक जयंती वर्ष और डॉ बाबासाहेब अंबेडकर के 134 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इस समारोह में यह सर्वसम्मति से संकल्प पारित किया गया कि नवा रायपुर में नवनिर्मित छत्तीसगढ़ विधानसभा के भवन के उद्घाटन के अवसर पर इंद्रावती भवन के सामने स्थित अंबेडकर चौक में संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब अंबेडकर की स्थापित होने वालीअष्टधातु की विशाल प्रतिमा का भी अनावरण किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अधिकारी कर्मचारी फैडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि शासन से इस संबंध में तत्पर पहल करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जाएंगे। समारोह के आरंभ में संविधान की प्रस्तावना का वाचन करते हुए शपथ ली गई। वहीं सभी आमंत्रितों और उपस्थित लोगों को डॉ अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी की ओर से संविधान की सैकड़ों पुस्तकें भेंट की गई।

Related News

गौरतलब है कि सुबह से ही नवा रायपुर अटल नगर कैपिटल काॅम्पलेक्स परिक्षेत्र स्थित अम्बेडकर चौक पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। अम्बेडकर चौक के समीप गरिमापूर्ण रैली निकाली गई । रैली में भारतीय संविधान के जयघोष के साथ जय भीम के नारे लगाये गए।

इसके पश्चात समिति के पदाधिकारियों और आमंत्रित अतिथियों द्वारा अंबेडकर जी के जीवन, विचारों और उनके द्वारा समाज में लाए गए क्रांतिकारी बदलावों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने डॉ. अंबेडकर को सामाजिक न्याय का प्रतीक, दलितों और वंचितों के अधिकारों के संरक्षक तथा भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पकार के रूप में याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने केवल एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक विचारधारा के रूप में कार्य किया, जिसकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है।

संयुक्त आयोजन समिति के संयोजक श्री देवलाल भारती और पदाधिकारियों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य नवा रायपुर के नागरिकों को डॉ. अंबेडकर के विचारों से जोड़ना और सामाजिक समरसता की भावना को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में सहभागिता कर रहे लोगों ने अंबेडकर जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प भी लिया।

मुख्य अतिथि रायपुर संभाग के आयुक्त महादेव कावरे ने संविधानिक आदर्शों के पालन हेतु सभी को सपथ दिलाई। अम्बेडकर जी के जातिविहीन समाज की परिकल्पना के बारे में बताया और कहा कि उनके विचारों को जनजन तक पहुंचाए। भू सम्पदा विनियामक प्राधिकरण के सदस्य  धनंजय देवांगन ने संविधान में वर्णित सामाजिक आर्थिक स्वतंत्रता के संबंध में विचार व्यक्त किया।

जनसंपर्क के अपर संचालक आलोक देव ने बौद्ध अर्थशास्त्र के बारे अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर जंगल सफारी के संचालक धम्मशील गनवीर, छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, अपाक्स के अध्यक्ष सत्येंद्र देवांगन, प्रगति शील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के अध्यक्ष आर पी भतपहरी, संरक्षक विनोद भारती, सर्व अनिल कुमार बनज, एस के सोनवानी, अश्विनी कुमार बंजारा, एच के रंगारी ,कमलेश बंसोड, कृष्ण लाल कश्यप, विमल शाण्डिल्य, शैलेंश टेबुरने, विद्या भारती, कांति सूर्यवंशी, अनिल मालेकर, अश्विन पात्रे,ए एस मरावी,जी एस पैकरा, डी एस धुवे, वीरेंद्र मिरचे,रमेश घिदौडे, मुक्त नंद खूंटे,एस आर टंडन सहित लोग उपस्थित थे।

Related News