Agricultural College : कृषि महाविद्यालय भूमि आवंटन अभी प्रक्रिया में भाजपा का प्रेस कांफ्रेंस
Agricultural College : प्रतापपुर/ धोंधा क्षेत्र के ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों द्वारा कलेक्टर सूरजपुर से मुलाकात और कृषि महाविद्यालय के लिए उनके गांव में जमीन आबंटित होने के बाद इसे दूसरी जगह शिफ्ट करने का आरोप विधायक शकुंतला पोर्ते पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रतापपुर में प्रेस कांफ्रेंस कर इसे विधायक को बदनाम करने के लिए विपक्ष का षड्यंत्र बताया है।उन्होंने जबरन का मुद्दा बना रहे लोगों से पूछा कि जब धोंधा में जमीन आवंटित नहीं हुई तो दूसरी जगह शिफ्ट करने की बात कहां से आई।
गौरतलब है कि कृषि महाविद्यालय प्रतापपुर के लिए जमीन की तलाश चल रही है,इस बीच प्रतापपुर और वाड्रफनगर की सीमा में बसे गांव धोंधा में इस बात की मांग जोर पकड़ने लगी है कि महाविद्यालय का निर्माण धोंधा के आसपास की जमीन में हो।
विभिन्न तर्कों के साथ उनका कहना है कि पूर्व में महाविद्यालय के लिए यहां जमीन आबंटित हो चुकी है और विधायक शकुंतला पोर्ते इसके बाद भी इसे खड़गवांकला में शिफ्ट कराना चाहती हैं।मामले को लेकर वे कलेक्टर सूरजपुर के पास भी गए थे और इनमें भाजपा के कई बड़े चेहरे भी शामिल थे।विधायक पर लग रहे इस तरह के आरोपों के बाद प्रतापपुर भाजपा के मंडल अध्यक्ष अक्षय तिवारी,महामंत्री अवधेश पांडे,मंत्री प्रवीण दुबे ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर इसे विपक्ष का षणयंत्र बताया।
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उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में कई महीनों तक न जमीन तय हुई और नहीं प्रतापपुर में कृषि महाविद्यालय की कक्षाओं के संचालन की कोशिश की गई जिसके कारण इनका संचालन अंबिकपुर में हो रहा है।हमारी सरकार आते ही विधायक की पहली प्राथमिकता थी कि प्रतापपुर में जमीन की तलाश तेज हो और अस्थाई तौर पर किसी भवन में संचालन शुरू हो।उनके प्रयास का ही परिणाम है कि कोडाकुपारा और शांतिनगर में छात्रावास भवनों में जल्दी ही यह शुरू हो जाएगा,प्रक्रिया अंतिम चरणों में है।जमीनों की बात है तो प्रतापपुर में कई जगहों पर पर्याप्त जमीन देखी गई है,इनमें धोंधा सेमराकला खड़गवां कला करसी है।
Agricultural College : अभी तक कोई जगह फायनल नहीं हो सकी है क्योंकि कहीं न कहीं कोई अड़चन है,बिना किसी विवाद के जो जमीन प्रशासन उपलब्ध कराएगा महाविद्यालय वहीं बनाने का है।बात धोंधा से दूसरी जगह ले जाने के आरोपों की है तो मुख्य बात है कि कभी धोंधा फाइनल नहीं हुआ था,पिछली सरकार में इस जमीन के बारे में कहा गया था कि यह उपयुक्त नहीं है जबकि विधायक ने कलेक्टर सूरजपुर से बात कर इस जमीन को देखने कहा था।उन्होंने कहा कि विधायक को बदनाम और परेशान करने के लिए राजनीतिक षण्यंत्र के तहत सारे आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि वे प्रतापपुर में शीघ्र कृषि महाविद्यालय संचालित कराने प्रयासरत हैं।इस दौरान नगर पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि मुकेश अग्रवाल,पार्षद अरविंद जायसवाल भी मौजूद थे।