नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ कथित हिंसा की घटनाओं को लेकर देशभर में चिंता और नाराज़गी देखी जा रही है। इसी क्रम में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की इकाई ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कट्टरपंथ के विरोध में प्रतीकात्मक पुतला दहन किया और नारेबाज़ी की।

ABVP कार्यकर्ताओं का कहना है कि बांग्लादेश में धार्मिक पहचान के आधार पर हो रही हिंसक घटनाएं मानवता के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर JNU के कुछ छात्र संगठन चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि अन्य अंतरराष्ट्रीय मामलों पर वे लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं।
ABVP के अनुसार, हाल ही में बांग्लादेश के मयमनसिंह ज़िले के भालुका क्षेत्र में एक हिंदू युवक की हत्या की घटना सामने आई थी, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया। मृतक एक निजी फैक्ट्री में कार्यरत था और किराए के मकान में रहता था। इस घटना को लेकर ABVP ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
प्रदर्शन के दौरान ABVP JNU इकाई के अध्यक्ष मयंक पांचाल ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार किसी एक देश तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि यह मानवाधिकारों से जुड़ा गंभीर मुद्दा है। वहीं, इकाई मंत्री प्रवीण के. पीयूष ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन उन विचारधाराओं के खिलाफ चेतावनी है जो धार्मिक कट्टरता और हिंसा को बढ़ावा देती हैं।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग की।