Saint society: किलकिला से हुंकार भरेगा संत समाज

मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आयोजित होगा संस्कृति गौरव महासम्मेलन

दीपेश रोहिला
पत्थलगांव। विख्यात किलकिलेश्वर धाम मंदिर परिसर में घर वापसी महा अभियान के महानायक स्व. कुमार दिलीप सिंह जूदेव की पुण्यतिथि के अवसर पर संस्कृति गौरव महासम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसे लेकर तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। इस महासम्मेलन में धर्मांतरण की चुनौती से भारतीय सनातन संस्कृति की सुरक्षा और समाज में एकजुटता लाने के लिए आवश्यक उपायों समेत समस्त धार्मिक विषयों पर संत समाज की ओर से चिंतन किया जाएगा। जिसमे प्रदेश भर से हजारों की संख्या में संत समाज के लोग शामिल होंगे। इसमें संस्कृति सेवी माता,पुजारी,बैगा गुनिया सहित संत समाज के लोग रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मौजूद होंगे।
मंगलवार को सर्किट हाउस में पत्रवार्ता के दौरान कार्यक्रम के संयोजक एवं अखिल भारतीय संत समिति छग प्रांत आर्य समाज के उपाध्यक्ष आचार्य राकेश कुमार ने बताया कि सृष्टि के आदिकाल से ही मानव सभ्यता सनातन धर्म का पालन करती आई है। सनातन धर्म ने सदैव वसुधैव कुटुम्बकम का नारा देकर सर्वे भवन्तु सुखिन: का उद्घोष किया है। देश के ऋषि मुनियों, साधु संतों ने मानव मात्र के एकसमान होने का संदेश दिया है परंतु बाद के कालखंडों में विधर्मियों द्वारा देश की संस्कृति के खत्म करने और विधर्मी संस्कृति के विकास के लिए भारतीय संस्कृति को कमजोर करने का कार्य किया है। ऐसे में अनेक ऋषियों और समाज सुधारकों ने राष्ट्रहित में कार्य करते हुए अपनी आहूति दी है। स्व. दिलीप सिंह जूदेव भी उन्हीं में से एक थे जिन्होंने छग में फैल रहे विधर्मी ताकतों को दूर करने तथा पारंपरिक भारतीय संस्कृति की रक्षा करने का कार्य किया। उनकी पुण्यतिथि पर किलकिला के शिव मंदिर में संस्कृति गौरव महा सम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया है।
संयोजक मंडल के सदस्य कपिल शास्त्री ने बताया कि स्व दिलीप सिंह जूदेव विचार मंच एवं अखिल भारतीय संत समिति छग प्रांत आर्य समाज के तत्वाधान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्व. जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव करेंगे जिन्होंने अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख के रूप में स्व दिलीप सिंह जूदेव की अनुपस्थिति में धर्म की रक्षा का बीड़ा उठाया हुआ है। किलकिलेश्वर धाम के स्वामी कपिल दास महाराज के आशीर्वाद से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में गहिरा आश्रम संत समाज के अध्यक्ष श्री वभ्रुवाहन, कोटमीसोनार के महामण्डलेश्वर सर्वेश्वर दास महाराज और ओम परम शांति धाम आश्रम पेण्ड्रा के स्वामी परमात्मानंद महाराज का पावन सानिध्य भी प्राप्त होगा। सांसद बृजमोहन अग्रवाल, जशपुर विधायक रायुमुनि भगत और पत्थलगांव विधायक गोमती साय विशिष्ट अतिथि के रूप में यहां उपस्थित रहेंगे। छग पर्यटन मंडल व हस्तशिल्प के पूर्व अध्यक्ष कृष्ण कुमार राय, राज्य सभा सांसद देवेन्द्र प्रताप सिंह तथा रायगढ़ लोकसभा से सांसद राधेश्याम राठिया के भी इसमें शामिल होने की संभावना है।
संयोजक आचार्य राकेश कुमार ने बताया कि गांवों में आज भी जगह-जगह ऐसे धाम हैं जो न केवल अपनी पद्धति के माध्यम से लोगों के जीवन की मुश्किलों को सरल करने का कार्य करते हैं। भले ही इन्हें विज्ञान के द्वारा मान्यता प्रदान नहीं की जाती है परंतु बड़ी संख्या में लोगों की आस्था इनके साथ जुड़ी है। यही नहीं इनके द्वारा संस्कृति रक्षण और समाज में व्याप्त जात-पात की बुराईयों को दूर कर लोगों को एकजुट करने का कार्य किया जाता है परंतु उन्हें कभी न तो अपेक्षित पारितोषिक मिला और न ही सम्मान। उन्होंने कहा कि अपने पूरे जीवनकाल में स्व. दिलीप सिंह जूदेव ने धर्मांतरण की चुनौती से लडऩे के साथ ही आदिवासियों के हितों की सुरक्षा के लिए कार्य किया। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर संस्कृति, संस्कार ओर सनातन के उत्थान के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया।