भोपाल। मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में है। प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान गिरकर 4.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे निचला स्तर है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के 25 से ज्यादा शहरों में रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री, जबकि इंदौर और उज्जैन में यह करीब 9 डिग्री के आसपास रहा।

उत्तर भारत से आ रही ठंडी और बर्फीली हवाओं के चलते सर्दी का असर लगातार तेज होता जा रहा है। कई इलाकों में दिन का तापमान भी 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है, जिससे कोल्ड-डे जैसी स्थिति महसूस की जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद ऊपरी वायुमंडल में जेट स्ट्रीम सक्रिय हो गई है, जिसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक बताई जा रही है। इसके कारण ठिठुरन और बढ़ने की संभावना है।
राज्य के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा, सतना समेत कई मार्गों पर ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है और अनेक ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। खासकर दिल्ली से आने वाली ट्रेनों पर इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।

कोहरे के कारण सड़क यातायात भी सुस्त पड़ गया है और हादसों का खतरा बढ़ गया है। सुबह और देर रात लोग अलाव जलाकर ठंड से बचाव करते नजर आ रहे हैं। सर्दी और कोहरे ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और मजदूर तक ठंड की मार झेल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है और फिलहाल ठंड से राहत के संकेत नहीं हैं।