कवर्धा। छत्तीसगढ़ के गन्ना किसानों को आर्थिक संबल देते हुए भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित, कवर्धा द्वारा पेराई सत्र 2025–26 के दौरान समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश एवं मार्गदर्शन में कारखाना प्रबंधन अब तक गन्ना उत्पादक किसानों को कुल 24.85 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुका है, जिससे किसानों में संतोष और उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के स्पष्ट निर्देशों और जिला कलेक्टर गोपाल वर्मा के सतत मार्गदर्शन में कारखाना प्रबंधन ने पारदर्शी और समयबद्ध भुगतान प्रणाली को प्रभावी रूप से लागू किया है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित एफआरपी 329.05 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गन्ना मूल्य सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा किया जा रहा है। समय पर भुगतान से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है और उन्हें कृषि से जुड़े आगामी कार्यों में सुविधा मिल रही है।
पेराई और उत्पादन में भी बेहतर प्रदर्शन
भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाने के प्रबंध संचालक जी.एस. शर्मा ने बताया कि चालू पेराई सत्र में अब तक 1,05,975 मैट्रिक टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है, जिससे 1,09,565 क्विंटल शक्कर का उत्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि गन्ना उत्पादक शेयरधारक किसानों के सहयोग और कारखाना प्रबंधन के सुव्यवस्थित संचालन का परिणाम है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रहा बल
कारखाना प्रबंधन का कहना है कि भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना क्षेत्र के गन्ना किसानों की सामाजिक और आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य शासन की गन्ना नीति के अनुरूप समय पर भुगतान से किसानों की आय में स्थिरता आ रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
किसानों से अपील
कारखाना प्रबंधन ने गन्ना उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे परिपक्व, साफ-सुथरा, बिना अगवा और बिना जड़ वाला गन्ना कारखाने में आपूर्ति करें। इससे शक्कर की रिकवरी प्रतिशत में वृद्धि होगी, जिसका सीधा लाभ किसानों को बेहतर भुगतान के रूप में मिलेगा।