धर्मांतरण का विरोध करने वाले संतों को कांग्रेस ने हमेशा निशाना बनाया: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर सनातन धर्म विरोधी रवैये और धर्मांतरण को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी ने कहा कि भाजपा जहां धर्मांतरण के खिलाफ मजबूती से खड़ी है, वहीं कांग्रेस हमेशा से सनातन धर्म और उसके प्रचारकों के विरुद्ध साजिश करती रही है।

चिमनानी ने कहा कि जो भी संत, समाजसेवी या व्यक्ति धर्मांतरण का विरोध करता है, कांग्रेस उसके खिलाफ षड्यंत्र रचती है और उसे बदनाम करने का प्रयास करती है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पं. प्रदीप मिश्रा और पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मांग की कि बघेल अपने बयान के लिए देश-प्रदेश के करोड़ों सनातन-प्रेमियों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि यदि बघेल माफी नहीं मांगते हैं तो कांग्रेस नेतृत्व को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वर्ष 2004 में कांग्रेस नेतृत्व के इशारे पर दीपावली के दिन पूजा रुकवाकर शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती की कथित तौर पर झूठे आरोपों में गिरफ्तारी कराई गई थी, जो सनातन धर्म के खिलाफ एक बड़ी साजिश का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य तमिलनाडु में हो रहे धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठा रहे थे, इसी कारण उन्हें निशाना बनाया गया।

चिमनानी ने दावा किया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणव मुखर्जी ने अपनी पुस्तक द कोएलिशन ईयर्स में भी इस घटना का उल्लेख किया है, जिससे कांग्रेस के सनातन विरोधी रवैये की पुष्टि होती है। उन्होंने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव ने भी वर्ष 2011 में अपनी हत्या की साजिश का खुलासा किया था।

उन्होंने छत्तीसगढ़ के संदर्भ में कहा कि नवंबर 2022 में राजनांदगांव की तत्कालीन महापौर द्वारा हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिलाना और तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा धर्मांतरण को लेकर दिए गए बयान कांग्रेस की मानसिकता को उजागर करते हैं। चिमनानी ने कहा कि 2023 में बस्तर क्षेत्र में धर्मांतरण को लेकर हुए हिंसक घटनाक्रम के दौरान आदिवासियों ने संरक्षण की मांग की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उनकी अनदेखी की।

भाजपा प्रवक्ता ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा कांवड़ियों पर पुष्प-वर्षा के विरोध और कांग्रेस नेताओं द्वारा महाकुंभ में आमंत्रण ठुकराने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से लेकर 2025 तक कांग्रेस का सनातन विरोधी रवैया लगातार जारी है।

अंत में चिमनानी ने कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि जो भी सनातन धर्म का प्रचार करेगा, घर-वापसी या धर्मांतरण रोकने की बात करेगा, कांग्रेस उसे निशाना बनाएगी। भाजपा ऐसे सभी संतों और समाज के साथ मजबूती से खड़ी है।

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