रायपुर। शहर कांग्रेस कमेटी ने 26 दिसंबर को आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार और गृह मंत्रालय पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस ने कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा से इस्तीफे की मांग की है।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। कांग्रेस ने प्रदेश की स्थिति की तुलना तालिबान शासित अफगानिस्तान से करते हुए कहा कि 24 दिसंबर को हुई घटनाएं मानवता को झकझोरने वाली हैं।
कांग्रेस ने क्रिसमस से पहले राजधानी रायपुर के मैग्नेटो मॉल में हुई तोड़फोड़ और मारपीट की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं केवल रायपुर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि धमतरी, नगरी, कांकेर समेत पूरे प्रदेश में एक जैसा माहौल बना हुआ है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की नाकामी के कारण प्रदेश में भाईचारे को नुकसान पहुंच रहा है।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि अडानी को जंगल और जमीन देने के मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्रदेश में जानबूझकर माहौल खराब किया जा रहा है और धर्मांतरण का मुद्दा जबरदस्ती उठाया जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि यदि सरकार चाहती तो आमाबेड़ा की घटना को रोका जा सकता था।
कांग्रेस ने ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही कांग्रेस ने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि प्रदेश में धर्मांतरण से जुड़े कुल 102 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 96 मामले भाजपा शासनकाल के दौरान के हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में शांति, सौहार्द और कानून व्यवस्था बनाए रखने में राज्य सरकार पूरी तरह विफल रही है और जब तक जिम्मेदारी तय नहीं की जाती, तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।