रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर जारी विवाद और छत्तीसगढ़ बंद के बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को स्पष्ट और सख्त बयान दिया। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण कोई उचित कार्य नहीं है। यदि कोई व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करता है, तो वह उसकी व्यक्तिगत आस्था का विषय है, लेकिन किसी की गरीबी, अशिक्षा या मजबूरी का फायदा उठाकर धर्म परिवर्तन कराना पूरी तरह गलत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रयासों का विरोध होना चाहिए और समाज ने इसका विरोध कर यह स्पष्ट संदेश दिया है।

सीएम साय ने यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर रायपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीडिया से चर्चा में दिया। उन्होंने बताया कि अटलजी की जयंती पर राज्य के 115 नगरीय निकायों में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमाओं का अनावरण और अटल परिसरों का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आज पूरे प्रदेश में सुशासन दिवस मनाया जा रहा है।
वहीं धर्मांतरण को लेकर पं. धीरेन्द्र शास्त्री के बयान पर रायपुर विधायक पुरंदर मिश्रा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण समाज के लिए गंभीर समस्या है और इससे निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में जल्द ही सख्त कानून लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोभ और लालच से धर्म परिवर्तन रोकना जरूरी है। मैग्नेटो मॉल में हुई तोड़फोड़ की घटना पर उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में लेना गलत है, कुछ लोग अति उत्साह में ऐसा कर बैठते हैं।
इसके अलावा SIR मुद्दे पर विधायक पुरंदर मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के दोहरे चरित्र के कारण लोगों के नाम मतदाता सूची से कटे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया कि वे पहले बताएं कि कितने बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को प्रदेश में बसाया गया है।