छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष एवं राजनांदगांव विधायक डॉ. रमन सिंह के निरंतर प्रयासों और औद्योगिक विकास को प्राथमिकता देने वाली नीति के चलते जिले को एक बड़ी औद्योगिक उपलब्धि मिली है। देश की अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (GAIL) ने राजनांदगांव में 10,500 करोड़ रुपये के निवेश से यूरिया निर्माण संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।

यह निवेश प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ स्किल टेक कार्यक्रम के दौरान सामने आया। कार्यक्रम का आयोजन राज्य कौशल विकास विभाग और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा किया गया था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मौजूदगी में विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों ने राज्य में निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत किए, जिनमें गेल का प्रस्ताव सबसे बड़ा रहा।
3,500 से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार
गेल द्वारा प्रस्तावित यह परियोजना गैस पाइपलाइन आधारित यूरिया प्लांट होगी, जिससे न केवल जिले का औद्योगिक आधार मजबूत होगा, बल्कि लगभग 3,500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह परियोजना छत्तीसगढ़ को उर्वरक उत्पादन के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने में मदद करेगी।
हर वर्ष 1.27 मिलियन टन यूरिया का उत्पादन
प्रस्तावित संयंत्र से प्रतिवर्ष लगभग 1.27 मिलियन टन यूरिया का उत्पादन किया जाएगा। इससे कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलने के साथ-साथ किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध कराने में भी सहायता मिलेगी।
विकास कार्यों को भी मिली मंजूरी
इसी क्रम में मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना वर्ष 2025–26 के तहत राजनांदगांव क्षेत्र में 87 लाख 58 हजार रुपये की लागत से 17 विकास कार्यों को स्वीकृति दी गई है। इन कार्यों में सामुदायिक भवन, व्यावसायिक परिसर, रंगमंच, सीसी सड़क, मुक्तिधाम शेड, प्रतीक्षालय सहित अन्य जनहित से जुड़े निर्माण कार्य शामिल हैं।
डॉ. रमन सिंह ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस ऐतिहासिक औद्योगिक निवेश और विकास कार्यों की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय राजनांदगांव के आर्थिक, औद्योगिक और सामाजिक विकास को नई दिशा देगा और जिले को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।