खेती के लिए अधिकारी नहीं, किसानों के सामने मुसीबतें

सोनहत कृषि कार्यालय में प्रभारी अधिकारी नहीं, जनता को झेलनी पड़ रही दिक्कतें

कोरिया। सोनहत विकासखंड के कृषि विभाग के कार्यालय में पदस्थ प्रभारी अधिकारी के नियमित रूप से ड्यूटी पर नहीं आने के कारण किसानों के लिए कृषि संबंधी योजनाओं और सामग्री तक पहुंचने में बड़ी दिक्कतें हो रही हैं। जानकारी के मुताबिक, प्रभारी किसान सेवा अधिकारी मुख्यालय से लगभग 60 से 70 किलोमीटर दूर अपना निवास रखते हैं और अक्सर समय पर कार्यालय नहीं पहुंच पाते। इसके कारण किसानों को बीज, उर्वरक, कृषि निरीक्षण एवं योजनाओं का लाभ लेने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय किसानों का कहना है कि वे कई बार कार्यालय आते हैं, लेकिन अधिकारी के अनुपलब्ध रहने से उनका काम अटक जाता है। “कभी-कभार तो आ जाते हैं, लेकिन सुबह समय पर नहीं आते और शाम को जल्दी चले जाते हैं।

कोरिया जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी विकासखंड स्तर के अधिकारियों को कार्यस्थल के निकट ही निवास करना अनिवार्य है ताकि उनकी उपलब्धता जनता के लिए सुनिश्चित की जा सके। फिर भी, सोनहत कृषि कार्यालय के प्रभारी अधिकारी के लगातार मुख्यालय से दूर रहने और अनियमित ड्यूटी पर आने की घटनाएं जिला प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना करने का साफ संकेत दे रही हैं।

अधिकारी लगभग हफ्ते में एक या दो दिन ही कार्यालय आते हैं। बाकी समय किसानों के प्रार्थना पत्र और आवेदन जमा तो कर लेते हैं, लेकिन बिना अधिकारी के हस्ताक्षर के कोई कार्रवाई नहीं हो पाती।

जिला प्रशासन इस मामले में संज्ञान ले और अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। साथ ही, सोनहत क्षेत्र में एक स्थायी एवं उत्तरदायी कृषि अधिकारी की नियुक्ति की जाए ताकि किसानों को उनका अधिकार बिना बाधा के मिल सके।

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