भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में एक 7 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ बदनीयती की शर्मनाक वारदात हुई। आरोपी ने पार्क में खेल रही बच्ची को टॉफी का लालच देकर अपने घर ले जाया और वहां बैड टच सहित गलत हरकतें कीं।

घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में आक्रोश फैल गया। बच्ची घर लौटकर अपनी मां को रोते-बिलखते पूरी आपबीती सुनाई। मां ने तुरंत पड़ोसियों और स्थानीय लोगों को बताया। सूचना मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सक्रियता दिखाई और आरोपी की तलाश शुरू की। कार्यकर्ताओं ने आरोपी को पकड़ लिया और गुस्से में आकर उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
आरोपी की पहचान नरेंद्र राजपूत के रूप में हुई है। पुलिस ने बच्ची का हमीदिया अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया। अशोका गार्डन थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि वारदात बैड टच तक सीमित थी या दुष्कर्म की श्रेणी में आती है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
यह घटना एक बार फिर नाबालिग बच्चियों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर रही है। भोपाल में पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां छोटी बच्चियों को लालच देकर या बहला-फुसलाकर हैवानों ने निशाना बनाया। विशेषज्ञों का कहना है कि अभिभावकों को बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ का अंतर समझाना चाहिए, ताकि वे ऐसी स्थिति में तुरंत विरोध कर सकें या परिजनों को बता सकें।
साथ ही, समाज और पुलिस की सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है। बजरंग दल जैसे संगठनों की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन कानून अपने हाथ में लेना भी गलत है। पुलिस को ऐसी घटनाओं पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि अपराधियों में डर पैदा हो। बच्चियों की सुरक्षा के लिए पार्कों और मोहल्लों में सीसीटीवी और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। यह घटना हमें याद दिलाती है कि समाज को मिलकर बच्चों की रक्षा करनी होगी, वरना ऐसी वारदातें रुकने वाली नहीं हैं।