मथुरा। यमुना एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण सोमवार सुबह 7 बसें और 3 कारें आपस में भिड़ गईं। टक्कर के बाद कई वाहनों में आग लग गई, जिसमें 4 लोगों की जलकर मौत हो गई। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि मौके पर बसों में मानव अंग फंसे मिले। हादसे में 66 लोग घायल हुए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर घना कोहरा था। एक बस ने अचानक रफ्तार धीमी की, जिससे पीछे आ रहे वाहन एक-दूसरे से टकराते गए। एक चश्मदीद भगवान दास ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि बम फटने जैसी आवाज आई। लोग बसों के शीशे तोड़कर बाहर कूद रहे थे। एक युवक ने दावा किया कि उसने बस से 8-9 शव निकाले। जली हुई लाशों के टुकड़े 17 पॉलीथिन बैग में भरकर अस्पताल भेजे गए, जिनकी शिनाख्त डीएनए टेस्ट से होगी। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि 20 एम्बुलेंस से करीब 150 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया।
जिला मजिस्ट्रेट चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन 127 पर हुआ। पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमों ने 6 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद राहत कार्य पूरा किया। हादसे से हाईवे पर लंबा जाम लग गया था, जिसे मलबा हटाने के बाद बहाल किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।