मऊगंज (रीवा)। हनुमना थाना क्षेत्र के भाठी गांव के पास 48 वर्षीय प्रदीप शुक्ला की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। जहां पुलिस इस घटना को सड़क दुर्घटना मान रही है, वहीं मृतक के परिजन इसे जानबूझकर की गई हत्या बता रहे हैं। पोस्टमार्टम कराने से इंकार करते हुए परिजनों और ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

हत्या का आरोप, एक्सीडेंट की थ्योरी पर सवाल
पुलिस के अनुसार, प्रदीप शुक्ला रात में अपने बेटे के साथ हनुमना बाजार से तिलिया गांव लौट रहे थे, तभी उनकी बाइक खड़े ट्रैक्टर से टकरा गई और हादसा हो गया।
लेकिन परिजनों का दावा है कि दुर्घटना के बाद कुछ आदिवासी युवकों ने प्रदीप पर हमला किया, जिससे उनकी मौत हुई। उनका कहना है कि प्रदीप के बेटे ने किसी तरह मौके से भागकर परिवार को सूचना दी।
पोस्टमार्टम से परिजनों का इनकार—थाने का घेराव
मृतक के परिवार ने पुलिस की दुर्घटना वाली बात मानने से इंकार करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। आक्रोशित परिजन और ग्रामीण थाने पहुंच गए और जोरदार विरोध जताते हुए हनुमना थाना परिसर का घेराव कर दिया।
अधिकारी मौके पर पहुंचे, जांच का भरोसा
तनाव बढ़ता देख एसडीओपी सची पाठक स्वयं थाने पहुंचे और परिजनों से बात कर शांति की अपील की। उन्होंने निष्पक्ष और पारदर्शी जांच का भरोसा दिलाया।
एसडीओपी ने कहा कि मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। पुलिस ने लोगों से सहयोग देने की अपील की है।
मामले की जांच जारी
पुलिस अब दोनों पक्षों के दावों की जांच कर रही है, जिसमें
- दुर्घटना के हालात,
- मौके की परिस्थितियाँ,
- और परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप
को ध्यान में रखा जा रहा है।