देशभर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताज़ा मामला अहमदाबाद से सामने आया है, जहां एक महिला को 24 रुपये के बैंगन का रिफंड लेना इतना महंगा पड़ गया कि उसके बैंक खाते से 87,000 रुपये साफ हो गए।
कैसे हुआ फ्रॉड
पीड़ित महिला ने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Zepto से पतले बैंगन का ऑर्डर किया था। डिलीवरी के समय सब्जी में बड़े आकार का बैंगन देखकर महिला ने रिफंड लेने का फैसला किया।
लेकिन गलती यहीं हुई। ऐप में उपलब्ध कस्टमर केयर विकल्प देखने के बजाय महिला ने Google पर कस्टमर केयर नंबर खोजा। जो नंबर मिला, उस पर कॉल किया और वहीं से ठगी शुरू हो गई।
फोन पर खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताने वाले फ्रॉडरों ने महिला से व्यक्तिगत जानकारी ली और एक लिंक भेजकर उसे खोलने के लिए कहा। “रिफंड प्रोसेस” के नाम पर महिला से बैंक डिटेल भरवाई गई।
लिंक खोलते ही दो ट्रांजैक्शन में 87,000 रुपये उसके खाते से उड़ गए।
महिला ने तुरंत नजदीकी थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस अब जांच कर रही है।
कैसे बच सकते हैं साइबर फ्रॉड से?
1. गूगल पर कभी कस्टमर केयर नंबर न सर्च करें
धोखाधड़ी का सबसे बड़ा तरीका यही है।
- हमेशा ऑफिशियल ऐप या वेबसाइट पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर या ई-मेल पर ही संपर्क करें।
- गूगल पर मिलने वाले कई नंबर फर्जी होते हैं।
2. रिटर्न/रिफंड सिर्फ ऐप से करें
Zepto, Blinkit, Swiggy Instamart जैसी सभी क्विक कॉमर्स और ई-कॉमर्स कंपनियों में
- रिटर्न और रिफंड का विकल्प ऐप के अंदर होता है।
- किसी नंबर पर कॉल करने की जरूरत नहीं पड़ती।
रिटर्न पूरा होते ही रिफंड अपने आप बैंक में आ जाता है।
3. फ्रॉड होने पर तुरंत ये कदम उठाएं
- तुरंत बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अकाउंट ब्लॉक करवाएं।
- ट्रांजैक्शन डिस्प्यूट दर्ज कराएं।
- 24×7 राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत कॉल करें।
- जितनी जल्दी कार्रवाई करेंगे, उतनी जल्दी पैसे रिकवर होने की संभावना बढ़ती है।
4. साइबर पुलिस को शिकायत दें
- www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें।
- नजदीकी साइबर थाने में लिखित FIR करवाना भी जरूरी है।