नई दिल्ली। बलूचिस्तान के चगाई में रविवार को एक भीषण आत्मघाती धमाका हुआ, जिसमें चीन समर्थित परियोजना की सुरक्षा में तैनात 6 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की पुष्टि हुई है। यह हमला महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसकी जिम्मेदारी बलूच लिब्रेशन फ्रंट ने ली है।
हमलावर महिला की पहचान जरीना रफीक के रूप में हुई है। संगठन ने दावा किया है कि हमले में उसने पाकिस्तानी सैनिकों के साथ खुद को भी उड़ा लिया। इस घटना पर अब तक पाकिस्तान सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
यह विस्फोट चीन की कॉपर और गोल्ड माइनिंग परियोजना केंद्र के पास हुआ, जिसकी सुरक्षा के लिए फ्रंटियर कॉर्प की यूनिट तैनात थी। इस हमले को महत्वपूर्ण इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि BLF द्वारा इस प्रकार के आत्मघाती हमले की यह पहली घटना है। बलूच लिब्रेशन आर्मी की मजीद ब्रिगेड ने भी इसे अपनी बड़ी कार्रवाई बताया है। इससे पहले यह गुट जाफर एक्सप्रेस को हाइजैक करने जैसी घटनाओं में शामिल रहा है।
BLF के प्रवक्ता ग्वाहराम बलूच ने बताया कि यह हमला उनकी साड्डो ऑपरेशन बटालियन ने अंजाम दिया, जिसका नाम कमांडर वाजा साड्डो उर्फ सदाथ मैरी के नाम पर रखा गया है।
संगठन ने दावा किया है कि 28 और 29 नवंबर को देशभर में किए गए 29 हमलों में 27 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। इन घटनाओं में ग्वादर स्थित पाक कोस्ट गार्ड कैंप पर ग्रेनेड हमला, खुफिया अधिकारियों को निशाना बनाते हुए किए गए IED धमाके और मस्तुंग में पाकिस्तानी सेना के मेजर के घर पर हमला शामिल है।