रायपुर। छत्तीसगढ़ में बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में सुधार और शिक्षा गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के प्रभावी क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने 22 राज्य स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है।
ये अधिकारी आबंटित जिलों में जाकर स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, स्कूलों का औचक निरीक्षण करेंगे और वास्तविक स्थिति का आकलन कर 20 नवंबर तक प्रतिवेदन संचालनालय को सौंपेंगे।
विभाग द्वारा तैयार कार्ययोजना में हर माह यूनिट टेस्ट, ब्लू प्रिंट से छात्रों को अवगत कराना, कमजोर छात्रों के लिए मेंटर शिक्षक नियुक्त करना, समूहवार जिम्मेदारी सौंपना, नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना, हैंडराइटिंग और होमवर्क पर विशेष ध्यान देना शामिल है। छमाही परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अन्य स्कूलों में और वार्षिक परीक्षा का मूल्यांकन अन्य विकासखंडों में कराने का प्रावधान है।
जिलेवार नियुक्त अधिकारी
संयुक्त संचालक किशोर कुमार को जगदलपुर और बीजापुर
उप संचालक आशुतोष चावरे को बालोद और गरियाबंद
राकेश पांडेय को बलरामपुर और जशपुर
हेमन्त उपाध्याय को सारंगढ़-बिलाईगढ़ और सक्ती
आर. एल. ठाकुर को कवर्धा और दुर्ग
अशोक नाराण बंजारा को बिलासपुर और रायगढ़
बनवारी देवांगन को कोरिया और एमसीबी
आनंद सारस्वत को कांकेर
राजेश सिंह को सुकमा और नारायणपुर
डी.के. कौशिक को दंतेवाड़ा और राजनांदगांव
सहायक संचालक महेश नायक को महासमुंद और रायपुर
हरिश्चंद्र दिलावर को मुंगेली
अमरदास कुर्रे को धमतरी
लवकुमार साहू को बेमेतरा
आदित्य पाटनवार को गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
रामजी पाल को कोरबा
सतीश नायर को जांजगीर-चांपा
इंदिरा गांधी को बलौदाबाजार
बजरंग प्रजापति को केसीजी और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी
ओमप्रकाश देवांगन को कोण्डागांव
प्रकाशचंद्र मिश्र को सूरजपुर
अखिलेश तिवारी को अंबिकापुर
ये अधिकारी फील्ड में कार्ययोजना के क्रियान्वयन की सघन मॉनिटरिंग करेंगे तथा सुधार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे।