फरीदाबाद। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार शाम हुए कार बम विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। जांच एजेंसियों ने पुष्टि की है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर का मिश्रण इस्तेमाल किया गया, जो बंद स्थान में अत्यंत घातक साबित हुआ। फोरेंसिक टीमें डेटोनेटर के प्रकार की पहचान करने में जुटी हैं, जिसमें टाइमर, रिमोट या बटन आधारित डिवाइस की संभावना जांची जा रही है।
ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ने के बाद पुलिस ने धौज, फतेहपुर टागा गांव और अल-फलाह मेडिकल कॉलेज परिसर में एक हजार से अधिक जवानों के साथ व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। क्राइम ब्रांच और रिजर्व पुलिस की टीमें घर-घर तलाशी ले रही हैं, वाहनों के सीएनजी सिलेंडर खोलकर जांच कर रही हैं तथा कॉलेज के छात्रों का बैकग्राउंड और गतिविधियों की जानकारी एकत्र कर रही हैं।
इससे पहले फरीदाबाद से 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। मुख्य संदिग्ध डॉ उमर मोहम्मद की नई तस्वीर जारी हुई है जिसमें वह काले मास्क में नजर आ रहा है। पुलवामा निवासी उमर अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के तौर पर कार्यरत था और विस्फोट के समय कार में अकेला मौजूद था।
लाल किला और मेट्रो स्टेशन अनिश्चितकाल तक बंद कर दिए गए हैं तथा 13 नवंबर तक लाल किला पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित रहेगा। फरीदाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं और पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित है। जांच एजेंसियां फ्यूल ऑयल के स्रोत और डेटोनेटर की तकनीकी डिटेल्स जोड़ने में जुटी हैं।