रायपुर, 10 नवंबर 2025: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रायपुर में सोमवार को भाजपा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। बिहार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष पर आरोप लगाया गया था कि वोट बैंक राजनीति के कारण उन्हें “घुसपैठिया कॉरिडोर” बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस बयान पर अखिलेश ने पलटवार करते हुए कहा कि यह अपनी ही सरकार पर आरोप लगाने जैसा है, क्योंकि पिछले 11 साल से केंद्र में भाजपा की ही सरकार है। उन्होंने सवाल किया कि अगर घुसपैठिए आ रहे हैं, तो उनकी सूची तो होगी।

जातिगत जनगणना और पीडीए समाज पर जोर
अखिलेश यादव ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग कांग्रेस और भाजपा दोनों कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यादव समाज और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज का हमेशा अपमान होता है। पीडीए परिवार का कोई भी व्यक्ति किसी भी पद पर बैठे, उसे अक्सर सम्मान नहीं मिलता।
डंबल इंजन और विकास पर हमला
अखिलेश ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार को “डंबल इंजन” बताते हुए कहा कि यह रिमोट कंट्रोल वाली सरकार है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा में सत्ता के दो इंजन हैं, जहां एक से शराब और दूसरे से गांजे की सप्लाई हो रही है। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने और गरीबों को घर देने के वादे पर भी सवाल उठाया और कहा, “बुलेट से इलाज नहीं हो सकता,” यानी सिर्फ सुरक्षा बल और नक्सल अभियान से समस्याओं का समाधान नहीं होगा।
अयोध्या बयान पर तंज
अखिलेश ने अयोध्या की जनता के संदर्भ में भाजपा को कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा अयोध्या में जनता का दिल चोरी क्यों नहीं कर पाई, क्योंकि गरीब और किसानों की जमीन ले ली गई। उन्होंने कहा कि भाजपा फिक्स वोट बैंक वाली पार्टी नहीं है और आम जनता के लिए रोज़ मेहनत करने की आवश्यकता है।
सारांश:
अखिलेश यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा सरकार दोनों पर निशाना साधते हुए घुसपैठिया कॉरिडोर, जातिगत जनगणना, डंबल इंजन सरकार और अयोध्या के बयान पर आलोचना की। उनका कहना था कि सरकार के वादे पूरी तरह से जनता तक नहीं पहुंचे और सत्ता का उपयोग समाज के कुछ वर्गों के खिलाफ हो रहा है।