वर्क की कीमतों में 10 प्रतिशत की तेजी
राजकुमार मल
भाटापारा- आभूषण ही नहीं, मिठाइयों पर लगाया जाने वाला चांदी का वर्क भी 10 फ़ीसदी महंगा हो चला है। इसके बावजूद पैक्ड मिठाइयां बनाने वाली कंपनियों और स्वीट कार्नरों की मांग का दबाव बना हुआ है।
उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर रहा दीपावली पर मिठाइयों का कारोबार। खास तौर पर काजू कतली के अलावा ऐसी मिठाइयां जिन पर अनिवार्य रूप से लगाए जाते हैं चांदी के वर्क। पहली बार लड्डुओं में भी चांदी का वर्क लगाया गया। शत-प्रतिशत रही मांग।
मौन खरीदी
सराफा बाजार में कमजोर खरीदी की आशंका के विपरीत स्वीट कार्नरों ने चांदी के वर्क की खरीदी मौन रहकर की, भरोसा था मिठाइयों में भरपूर खरीदी का। अब तैयारी और खरीदी का दूसरा दौर चांदी के वर्क में फिर से चालू हो रहा है क्योंकि शादियों की तारीखें लगने लगीं हैं। नए उपभोक्ता के रूप में कैटरर्स की मांग चांदी के वर्क में निकलने लगी है।
सबसे ज्यादा काजू कतली में
काजू कतली एक मात्र ऐसी मिठाई है, जिसमें अनिवार्य रूप से लगाया जाता है चांदी का वर्क। इसके अलावा दूध के सहयोगी उत्पाद से बनी मिठाइयों में भी चांदी का वर्क लगाया जाता है। पहली बार लड्डूओं में भी नजर आने लगे हैं। कई संस्थानें सोन पापड़ी में भी उपयोग कर रहीं हैं। ऐसे में चांदी के वर्क में प्रयोग क्षेत्र बढ़त की राह पर है।
मांग मीडियम सिल्वर वर्क में

शॉर्ट 100 पीस 350 रुपए। मीडियम 450 रुपए और बिग साइज का 100 पीस वाला चांदी का वर्क 550 रुपए पर पहुंच चुका है। तेजी के आसार इसलिए भी बने हुए हैं क्योंकि पैक्ड मिठाइयां बनाने वाली ईकाइयों एवं स्वीट कार्नरों के साथ कैटरर्स की मांग का दबाव अनवरत रूप से बना हुआ है। ऐसे में हल्की शॉर्टेज की स्थिति बनती नजर आ रही है।