ओंकारेश्वर। पवित्र तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। जिला कलेक्टर ऋषव गुप्ता के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने सोमवार को मंदिर परिसर स्थित दुकानों पर छापा मारते हुए लगभग 2.53 लाख रुपये मूल्य की संदिग्ध मिठाई जब्त की और एक दुकान को सील कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, “ओंकार पेड़ा भंडार” नामक दुकान (क्रमांक-2) के विक्रेता समाधान पिता दत्तात्रय धस और मालिक नायनेश्वर पिता आत्माराम मोहिते द्वारा महाराष्ट्र से लाई गई मावा पेड़ा और मिल्क केक जैसी प्रसादी सामग्री बिना अनुज्ञप्ति के बेची जा रही थी। शिकायतों के आधार पर खाद्य विभाग की जांच में मिठाई में मिलावट की पुष्टि हुई।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि छापेमारी के दौरान 300 किलोग्राम मावा पेड़ा (कीमत 1,20,000 रुपये) और 334.50 किलोग्राम मिल्क केक (कीमत 1,33,800 रुपये) सहित कुल 2,53,800 रुपये मूल्य की मिठाई जप्त की गई।
सैंपल जांच के लिए लैब भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने तक दुकान को सील कर दिया गया है। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि दुकान बिना वैध लाइसेंस के संचालित की जा रही थी। इस कार्रवाई में एसडीएम पंकज वर्मा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा, खाद्य अधिकारी राधेश्याम गोले, नायब तहसीलदार उदय मंडलोई और लैब केमिस्ट विनय साकेत शामिल रहे। टीम ने मौके पर दुकानदार को आगामी आदेश तक दुकान बंद रखने के निर्देश दिए।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे केवल अनुज्ञप्ति प्राप्त दुकानों से ही प्रसाद सामग्री खरीदें। ओंकारेश्वर जैसे पवित्र तीर्थ में मिलावटी प्रसाद की बिक्री श्रद्धा के साथ धोखा होने के साथ-साथ जनस्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। प्रशासन की यह सख्त कार्रवाई उन दुकानदारों के लिए चेतावनी है जो आस्था के नाम पर मिलावट का कारोबार कर रहे हैं।