रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर गरमा गई है। बलौदाबाजार में पुलिस की कथित बर्बरता और नाबालिग बच्चियों के लापता होने के मामलों ने सरकार और विपक्ष के बीच तीखा टकराव खड़ा कर दिया है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में उतर आई हैं।
बलौदाबाजार की घटना में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा और फिर उल्टे उसी पर मामला दर्ज कर दिया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद मामला और तूल पकड़ गया है। कांग्रेस ने इसे राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने का बड़ा मुद्दा बना लिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा — “बीजेपी सरकार में जनता, खासकर बच्चे और महिलाएं, कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। यह वही सरकार है जो सुशासन की बात करती है, लेकिन धरातल पर पुलिस अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं।”

वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता अमित साहू ने कहा — “कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे केवल राजनीति कर रहे हैं। हमारी सरकार अपराध पर सख्त कार्रवाई कर रही है, कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

नाबालिग बच्चियों के लापता होने के मामलों को लेकर भी कांग्रेस ने सरकार को घेरा है, वहीं बीजेपी का कहना है कि पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
प्रदेश में इन घटनाओं के बाद राजनीतिक माहौल गर्म है। कानून और सुरक्षा को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष की यह जंग आने वाले दिनों में और तेज़ होती दिख रही है।