बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। कांग्रेस विधायक मुरारी प्रसाद गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार भी कर लिया है। उनके इस्तीफे के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सूत्रों का कहना है कि मुरारी गौतम जल्द ही बीजेपी का दामन थाम सकते हैं, हालांकि अभी तक किसी भी पक्ष से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मुरारी गौतम रोहतास जिले की चेनारी सीट से विधायक हैं। उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी और 2022 में महागठबंधन सरकार बनने पर मंत्री भी बने थे। लेकिन फरवरी 2024 में सरकार गिरने के बाद वे नीतीश कुमार के समर्थन में खड़े नजर आए थे।
इसी बीच खबर यह भी है कि पूर्व सांसद अजय निषाद दोबारा बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं से बातचीत चल रही है। अजय निषाद पहले दो बार बीजेपी से सांसद रह चुके हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले टिकट कटने पर वे कांग्रेस में चले गए थे।
वहीं, बिहार चुनाव नजदीक आने के साथ सभी दलों में टिकट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज हो गई है। एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार बैठकें चल रही हैं।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस विवाद पर कहा कि उन्हें एनडीए से कोई नाराजगी नहीं है, लेकिन वे सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिनके पास एक-दो विधायक हैं, वे खुद को बड़ा मानते हैं — हम कब तक अपमान सहते रहेंगे? मांझी ने साफ कहा कि अगर एनडीए हमें सम्मान देगा तो हम गठबंधन को और मजबूत करेंगे।