छत्तीसगढ़। सुहागिन महिलाओं का प्रिय व्रत करवा चौथ इस साल 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार को मनाया जाएगा। यह व्रत पति-पत्नी के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं निर्जला उपवास रखकर अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र, उत्तम स्वास्थ्य और दांपत्य सुख की कामना करती हैं।

करवा चौथ व्रत का तरीका
करवा चौथ का व्रत सुबह सरगी खाने के बाद शुरू होता है। व्रतधारी महिलाएं पूरे दिन जल का त्याग करती हैं। संध्या के समय करवा माता की पूजा की जाती है। पूजा में करवा, दीपक, अक्षत और सुहाग सामग्री जैसे सिंदूर और चूड़ियां शामिल होती हैं।
पुजा का शुभ मुहूर्त: शाम 05:57 बजे से 07:11 बजे तक
छत्तीसगढ़ में चंद्र उदय का समय
पूजा-अर्चना के बाद महिलाएं बेसब्री से चंद्रमा के उदय का इंतजार करती हैं। इस वर्ष छत्तीसगढ़ में चंद्रमा का उदय रात लगभग 08:13 बजे होगा। चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोला जाता है। इसके बाद पति के हाथों जल ग्रहण कर महिलाएं उपवास का पारण करती हैं।
करवा चौथ का यह पर्व पति-पत्नी के बीच प्रेम, विश्वास और भावनात्मक जुड़ाव को और मजबूत करने वाला माना जाता है।