रायपुर/बिलासपुर। कस्टम मिलिंग घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को रायपुर, धमतरी और बिलासपुर में ताबड़तोड़ छापेमारी की। एजेंसी ने बिल्डरों और कारोबारियों के छह ठिकानों पर दबिश दी, जो देर शाम तक जारी रही। इस दौरान ईडी को कैश, सोना-चांदी के जेवर, प्रॉपर्टी से जुड़े अहम दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले हैं।

सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई वित्तीय लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले से जुड़ी हुई है। आरोप है कि घोटाले में शामिल लोगों ने भ्रष्टाचार से कमाए गए पैसों को जमीन और प्रॉपर्टी सौदों में निवेश किया।
रायपुर में बिल्डर के घर और दफ्तर पर छापा
राजधानी रायपुर में सुबह ईडी की टीम भाठागांव स्थित एक सोसायटी में पहुंची और यहां बिल्डर के घर की तलाशी ली। इसके साथ ही उनके जवाहर मार्केट स्थित दफ्तर से भी दस्तावेज जब्त किए गए।
बिलासपुर में सुल्तानिया ग्रुप पर कार्रवाई
बिलासपुर में ईडी की कार्रवाई का बड़ा असर देखने को मिला। टीम ने सुल्तानिया ग्रुप के क्रांति नगर स्थित मकान, दफ्तर और अन्य प्रतिष्ठानों पर छापे मारे। यहाँ से बैंक स्टेटमेंट, सेल्स से जुड़े रिकार्ड और वित्तीय दस्तावेज बरामद किए गए। बताया जा रहा है कि सुल्तानिया ग्रुप का कारोबार कोयला, सीमेंट, छड़-स्टील और अन्य ट्रेडिंग से जुड़ा हुआ है।
धमतरी में कारोबारी के ठिकानों पर तलाशी
धमतरी में भी ईडी ने एक बड़े कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी की। यहाँ से मिले रिकॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की गहन जांच की जा रही है।
अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
हालांकि, अभी तक ईडी ने किसी को हिरासत में नहीं लिया है। लेकिन दस्तावेजों और जब्त किए गए डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।