कांकेर जिले के पखांजूर क्षेत्र में दो बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर वीजा जब्त किया गया है। यह दोनों अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और उन्होंने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर अपने निवास को वैध दिखाने की कोशिश की थी।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष कन्हैया उसेंडी ने कहा कि समाज लंबे समय से पखांजूर क्षेत्र में बांग्लादेशियों के अवैध निवास के मुद्दे को उठाता रहा है। उन्होंने प्रशासन से जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि केवल गिरफ्तार किए गए लोग ही नहीं, बल्कि जिन्होंने जन्म प्रमाण पत्र बनाने में मदद की और संलिप्त अधिकारी भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
जांच में पाया गया कि प्रशांत बैरागी और उनके पुत्र सुकृति बैरागी वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद ग्राम पीव्ही 127 अनुपपुर तहसील पखांजूर में रह रहे थे। प्रशांत बैरागी ने अपने पुत्र का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील न्यायालय को गुमराह किया और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए।
पुलिस ने दोनों के वीजा जब्त कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी बांग्लादेश के ग्राम औसखली, पोस्ट कंचन नगर, थाना बोटियाघाट, जिला खुलना निवासी हैं।
आदिवासी समाज का कहना है कि यह मामला चेतावनी है और ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई जरूरी है ताकि क्षेत्र में अवैध निवास पर अंकुश लगाया जा सके।