रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की लापरवाहियों और छात्र-विरोधी निर्णयों के खिलाफ शुक्रवार को NSUI ने प्रशासनिक भवन के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने कुलपति और कुलसचिव को प्रतीकात्मक रूप से 'ABCD' और पहाड़ा पढ़ाकर प्रशासन की अज्ञानता और गैर-जिम्मेदारी पर तंज कसा।

NSUI ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय की गंभीर लापरवाही से हजारों छात्रों की अंकसूचियों में ‘NAAC’ की जगह ‘NACC’ छप गया। इतना ही नहीं, छात्रों से सुधार शुल्क ₹120 से बढ़ाकर ₹500 वसूला जा रहा है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह छात्रों के अधिकारों और भविष्य दोनों के साथ खिलवाड़ है।

NSUI वाइस चेयरमैन पुनेश्वर लहरे ने कहा, “इतना बड़ा विश्वविद्यालय होने के बावजूद यहां अपनी प्रिंटिंग व्यवस्था और पर्याप्त मैनपावर तक नहीं है। प्रशासन बाहरी दुकान से मार्कशीट प्रिंट कराता है और गलतियों की कीमत छात्रों से वसूली जाती है। यह शर्मनाक है।”
संगठन ने मांग की है कि सभी अंकसूचियां नि:शुल्क सुधारी जाएं, जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और शुल्क वृद्धि तुरंत वापस ली जाए। NSUI ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और व्यापक स्तर पर तेज किया जाएगा।