डोंगरगढ़, 22 सितंबर 2025। शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। पहाड़ की चोटी पर विराजित मां बम्लेश्वरी का दरबार फूलों, दीपों और रंगोलियों से सजाया गया है। सुबह से ही जयकारों की गूंज के बीच भक्त माता के दर्शन के लिए कतारबद्ध हैं।

मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतज़ाम किए हैं। रेलवे और जिला प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए पुख्ता व्यवस्था की है। एक हजार से अधिक पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए गए हैं।
यह नौ दिवसीय पर्व 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक चलेगा, जबकि 2 अक्टूबर को विजयदशमी मनाई जाएगी। नवरात्र के दौरान घटस्थापना से लेकर नवमी तक सभी धार्मिक परंपराओं का पालन किया जाएगा।
मां बम्लेश्वरी का मंदिर लगभग 1,600 फीट ऊंचाई पर स्थित है, जहां तक पहुंचने के लिए करीब 1,000 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे की भी व्यवस्था है। ऐतिहासिक मान्यताओं के अनुसार, यह स्थल सदियों से आस्था का केंद्र रहा है और यहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
नवरात्र केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि आत्मिक साधना और आत्मअनुशासन का भी पर्व है। भक्त माता के नौ रूपों की आराधना करते हैं, उपवास रखते हैं और कीर्तन-भजन में शामिल होकर आशीर्वाद की कामना करते हैं।
डोंगरगढ़ का यह मेला धार्मिक आस्था के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी गति देता है। नवरात्र के इन नौ दिनों में डोंगरगढ़ श्रद्धा, संस्कृति और आस्था का संगम बन जाता है।